हिसार। साउथ बाईपास के पास बालसमंद रोड स्थित पर घोड़ा फार्म माइनर में शनिवार को मिले शव की पहचान चंद्रलेक कॉलोनी में रहने वाले 63 साल के जयपाल के रूप में हुई। हत्या करने के बाद उसके शव को बालसमंद नहर में फेंका गया।
रविवार को सदर थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शनिवार दोपहर को बुजुर्ग का शव माइनर में मिला था। उसके हाथ और पांच बांधे हुए थे। जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद निवासी जयपाल का रहने वाला था और वह अविवाहित था।
करीब 13 साल से कैमरी रोड स्थित चंद्रलेन कॉलोनी में निर्भय सांगवान के आवास पर सेवादार के तौर पर काम करता था। रोजाना सुबह सेक्टर 16-17 के ओवरब्रिज के पास नहर की पटरी की तरफ घूमने के लिए जाता था। शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे घूमने के लिए निकला, मगर लौटा नहीं। उसके पास फोन भी नहीं था। उसकी गुमशुदगी का केस सिविल लाइन थाना में दर्ज कराया गया था।
सदर थाना पुलिस ने शनिवार दोपहर बाद सूचना मिलने पर बालसमंद रोड के नजदीक माइनर से एक अज्ञात बुजुर्ग का शव कब्जे में लिया था। उसके हाथ-पांव रस्सी से बंधे हुए थे। पुलिस ने सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर माइनर से शव निकालकर सिविल अस्पताल के शवगृह में रखवाया था। सिविल लाइन पुलिस ने पता चलने पर सदर थाना पुलिस से संपर्क किया। उसके बाद मृतक की पहचान हुई।
सूचना मिलने पर गाजियाबाद से उसके कुनबे के लोग रविवार को शहर में आए। स्वजनों ने मृतक के शव की पहचान की। डॉ. की टीम में शव का पोस्टमार्टम किया। इस संबंध में सिविल लाइन थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ दर्ज गुमशुदगी के केस में हत्या व शव खुर्द-बुर्द करने की धारा जोड़ दी है।
लूटपाट का इरादा तो नहीं पुलिस की प्रारंभिक जांच में मामला लूटपाट का भी लगा रहा है। वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि जयपाल की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। हत्या करने वालों की संख्या दो या फिर दो से अधिक हो सकती है। पुलिस आसपास के एरिया में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही है।