पानीपत: पानीपत की एक कॉलोनी की 14 वर्षीय विवाहित लड़की मां बनी है। यह लड़की एक साल पहले सोनीपत में शादी हुई थी। नॉर्मल डिलिवरी उसने बेटे को जन्म दिया है और मां-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। डॉक्टरों की विशेष टीम की निगरानी में दोनों अस्पताल में भर्ती हैं। सोनीपत पुलिस को अस्पताल से सूचना मिलने पर आरोपी पति, सास और शादी करवाने वाले बुआ-फूफा के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया। पति और सास को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि बुआ-फूफा फरार हैं।
बच्ची का दर्दनाक जीवन संघर्ष
जब मैं 5 साल की थी, तब मुझे पता चला कि मेरी बुआ और फूफा ही मेरे माता-पिता हैं। मेरे फूफा शराब के आदी थे और अक्सर मुझे कहते थे कि मैं गोद ली गई हूं। उन्होंने बताया कि मेरे असली पिता का देहांत हो चुका है और मेरी मां किसी प्रेमी के साथ चली गई है। फिर भी, मैं हमेशा उन्हें मम्मी-पापा कहती रही। मेरे फूफा के दो बेटे हैं, पर मैं कभी अपने असली मां-बाप को नहीं देख सकी। मैं स्कूल भी नहीं गई। मुझे अपनी उम्र और पढ़ाई के अधिकार के बारे में कभी पता नहीं चला। सात साल की उम्र से मेरी बुआ ने मुझे घर के काम-काज सिखाए।
13 साल की उम्र में शादी
जब मेरी उम्र 12 साल थी, तो फूफा ने मेरी शादी के लिए दबाव डालना शुरू किया। बुआ ने कई बार टालने की कोशिश की, लेकिन फूफा नहीं माने। शराब के नशे में वह बुआ से भी झगड़ा करने लगे। अंत में रिश्ता देखना शुरू किया गया। कई रिश्ते लड़कों द्वारा मेरी कम उम्र बताने की वजह से टूट गए। फिर सोनीपत के गन्नौर में रिश्ता तय हुआ और 13 साल की उम्र में मेरी शादी कर दी गई। शादी के बाद भी मुझे समझ नहीं था कि शादी क्या होती है और क्यों होती है। मेरे पति मुझसे लगभग 10 साल बड़े हैं। कुछ समय बाद मुझे पेट में दर्द हुआ, लेकिन तब भी मुझे समझ नहीं था कि मैं गर्भवती हूं।
गर्भावस्था का पता और पुलिस की कार्रवाई
7 महीने की गर्भावस्था में मेरी जेठानी मुझे नजदीकी सरकारी अस्पताल ले गईं। डॉक्टरों ने जांच कर गर्भावस्था की पुष्टि की। शक होने पर अस्पताल ने मेरा आधार कार्ड देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मुझे बुलाकर पूरी जानकारी ली और मेरे पति, सास, बुआ-फूफा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। पति और सास को गिरफ्तार कर लिया गया है। बुआ-फूफा फरार हैं, जिन्हें पुलिस पकड़ने की कोशिश कर रही है।
अब आगे क्या होगा?
अभी मेरी बुआ की जेठानी मेरा और बच्चे का ध्यान रख रही हैं, जिनके पति का निधन हो चुका है। मैं समझ नहीं पा रही कि मेरा भविष्य कैसा होगा।
लड़की की मदद के लिए आगे आईं सविता आर्या
नारी तू नारायणी उत्थान समिति की अध्यक्ष सविता आर्या ने लड़की से मुलाकात की और जच्चा-बच्चा का हाल जाना। उन्होंने कहा कि यह लड़की सिस्टम की मार झेल रही है और बहुत ही मासूम है। उन्होंने प्रशासन के साथ मिलकर लड़की की हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। सविता आर्या ने कहा कि यह लड़की बेहद इनोसेंट है, उसने अपने जीवन में बहुत कुछ सहा है, और हम उसके लिए हर कदम पर खड़े रहेंगे।