हरियाणा के फरीदाबाद जिला जेल में जरा सी चूक के चलते बड़ी गड़बड़ हो गई। दरअसल, एक जैसे नाम होने के चलते जिला जेल प्रशासन ने जमानत पर रिहा होने वाले कैदी की जगह पॉक्सो के तहत रेप के आरोपी को रिहा कर दिया। इसके बाद सदर थाने में पॉक्सो कैदी के खिलाफ पहचान छिपाकर रिहा होने का मामला दर्ज कर लिया है।
दूसरी ओर इस घटना के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। ये जानकारी पुलिस ने शुक्रवार को दी है। पुलिस ने बताया कि ये बड़ा कंफ्यूजन इसलिए हुआ क्योंकि नितेश नाम का दूसरा व्यक्ति भी है, जिसकी उम्र 24 साल है और उसके पिता का नाम भी रविंदर ही है। उनका कहना है कि जिस नितेश की रिहाई होनी थी उसे पिछले रविवार को घर में घुसने और मारपीट के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
पुलिस ने बताया कि दोनों व्यक्ति फरीदाबाद की नीमका जेल में बंद थे। मारपीट के इस आरोपी नितेश को फरीदाबाद कोर्ट के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने सोमवार को जमानत दे दी। ऐसे में उसे मंगलवार को जेल से रिहा किया जाना था, लेकिन अधिकारियों ने एक जैसे नाम के कंफ्यूजन में बलात्कार के आरोपी नितेश पांडे को रिहा कर दिया।
इस मामले पर जेल उपाधीक्षक विक्रम सिंह ने कहा कि इस मामले को लेकर हमने सदर पुलिस थाने में कैदी नितेश पांडे के खिलाफ पहचान छिपाकर रिहाई पाने की शिकायत दे दी है। वहीं, सदर थाने के एसएचओ उमेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने कैदी की तलाश शुरू कर दी है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।