इंद्री : पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के चलते सोमवार को यमुना नदी में 3 लाख 29 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे हरियाणा के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। इस आपदा का सबसे अधिक असर किसानों पर पड़ा है, जिनकी फसलें पूरी तरह से पानी में डूब गई हैं।
जानकारी के अनुसार गांव डबकौली कला से बानूखेड़ी को जोड़ने वाले पुल पर 3 से 4 फीट तक पानी भर गया, जिससे दोनों गांवों का आपसी संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन ने न तो मौके पर कोई सहायता भेजी और न ही नाव या राहत व्यवस्था का इंतजाम किया।
किसानों का आरोप है कि बाढ़ से उनकी फसलें नष्ट हो चुकी हैं, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अब तक मौके पर निरीक्षण न किए जाने को लेकर लोगों में रोष है। हर साल ऐसी स्थिति बनती है, लेकिन प्रशासन समय रहते कोई कदम नहीं उठाता। इस बार तो पुल तक डूब गया और हम गांव से बाहर नहीं जा पा रहे।