नूंह में बनेगी देश की 40 फीसदी लीथियम बैट्री, एशिया का सबसे बड़ा मेगा प्रोजेक्ट शुरू, युवाओं के लिए रोजगार की बहार

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नूंह: हरियाणा का नूंह जिला भी अब तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है. अब उद्योग और रोजगार में भी नूंह जिला अपनी पहचान बनाने जा रहा है. केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि “मोबाइल, लैपटॉप आदि देश की जरूरत की करीब 40 फीसदी बैटरी नूंह में बनेगी. देश को सालाना 50 करोड़ बैटरी की जरूरत है. अकेले यहां 20 करोड़ बैटरी का निर्माण होगा”.

“नूंह में होगा बैटरी का निर्माण”

 अश्विनी वैष्णव ने कहा कि “मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के प्रयासों से आईएमटी सोहना में जापान की प्रसिद्ध कंपनी एटीएल ने करीब 3 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया और लिथियम आयरन बैटरी निर्माण का एशिया का सबसे बड़ा व पहला प्रोजेक्ट शुरू किया है. इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से करीब 5 हजार से ज्यादा अधिक युवाओं को सीधे रोजगार मिलेगा. अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से तैयार लिथियम आयरन बैटरी की निर्माण इकाई की स्थापना से हरियाणा की पहचान औद्योगिक क्षेत्र में नए रूप से उभरेगी”.

“हरियाणा में बनाए जाएंगे क्वालिटी वाले प्रोडक्ट”

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि “जिस तरह से जापान अपने प्रोडक्ट बनाने में क्वालिटी पर भरोसा करता है, उसी तरह अब हरियाणा में भी क्वालिटी पर खरे उतरने वाले प्रोडक्ट बनाए जाएंगे. आधुनिक भारत में आज इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी सामान बनाए जा रहे हैं. जिसका सीधी लाभ देश के उपभोक्ताओं व युवाओं को रोजगार के रूप में मिल रहा है”.

“5 हजार युवाओं को रोजगार”

 अश्विनी वैष्णव ने कहा कि एटीएल ग्रुप ने हरियाणा की धरती पर अत्याधुनिक लिथियम आयरन बैटरी निर्माण इकाई स्थापित कर ऐतिहासिक पहल की है. यह हरियाणा व जापान के औद्योगिक जगत में विश्वास को दर्शाता है. प्रदेश को औद्योगिक क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए आने वाले समय में प्रदेश में जल्द ही 10 नए औद्योगिक शहर विकसित किए जाएंगे. इस प्रोजेक्ट के पहले चरण में 3 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा अधिक का निवेश होगा. 5 हजार से ज्यादा युवाओं को सीधा रोजगार मिलेगा.

“हरियाणा की आकर्षक औद्योगिक नीति”

मंत्री ने कहा कि “साल 2025 में कंपनी ने बावल में भी एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश कर 1500 से ज्यादा रोजगार दिए थे. उद्योग मंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार की एंटरप्राइजेज व अपॉइंटमेंट पॉलिसी, एमएसएमई नीति, स्टार्टअप नीति के तहत निवेश व रोजगार सृजन के लिए बड़े पैमाने पर अवसर उपलब्ध करा रही है. डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, दिल्ली-एनसीआर की नजदीकी, सड़क व रेल नेटवर्क, लॉजिस्टिक क्षमता और मजबूत सप्लाई चेन हरियाणा को देश का सबसे आकर्षक औद्योगिक हब बना रहे हैं”.

“हरियाणा और देश का उज्जवल भविष्य”

राव नरबीर सिंह ने कहा कि “हरियाणा की विदेश सहयोग नीति ने प्रदेश की वैश्विक पहचान मजबूत हुई है. विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए हरियाणा सरकार ने हाल ही में उद्योगों को वियतनाम, तुर्की व ईस्ट अफ्रीका से जोड़ा है. एटीएल का यह निवेश केवल एक व्यावसायिक कदम नहीं, बल्कि हरियाणा व भारत के उज्ज्वल भविष्य में विश्वास का प्रतीक है. यह परियोजना विकसित भारत 2047 के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है”. कार्यक्रम में जापानी दूतावास से फुफिए टीडीके तथा उद्योग जगत के अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे.