उत्तर प्रदेश से चुनाव में धांधली की खबरें सामने आना आम सी बात है. इस बार महोबा से भी ऐसी ही कुछ सामने आई है. यहां पंचायत चुनाव से पहले ऐसी धांधली देखने को मिली जिसे जानकर खुद चुनाव आयोग के अधिकारियों के भी होश फाख्ता हो गए. यहां एक घर में 4271 मतदाताओं का रजिस्ट्रेशन पाया गया है, जो कि अपने आप में ही एक अचंभा है. हैरानी की बात ये भी है कि इस गांव में कुल वोटरों की संख्या 16000 है. 4271 वोटर वाले फर्जीवाड़े का खुलासा राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) से कराए जा रहे सर्वे में हुआ है.
एक ही घर से चुने जा सकते हैं BDC मेंबर
बड़ी बात यह है कि ये सभी वोट प्रधानी के चुनाव में जिस भी प्रत्याशी को पड़ जाएं तो उसकी जीत सुनिश्चित है. यही नहीं, गांव में इन्हीं वोटों की बदौलत दो ग्राम पंचायत सदस्य एवं ब्लाक पंचायत सदस्य का भी चुनाव हो सकता है. हालांकि, अब घर के वास्तविक वोटों को चिन्हित करने के बाद निर्वाचन आयोग ने बाकी वोटों को फर्जी करार देते हुए उन्हें रद्द करने की कवायद शुरू कर दी है. इससे पहले महोबा में ही एक पनवाड़ी के पते पर 243 वोटों को चिन्हित किया गया था.
पंचायत चुनाव से पहले हो रहा सर्वे
उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम चलाया है. यह कार्यक्रम 20 सितंबर तक चलेगा. इस कार्यक्रम के तहत आयोग एआई के जरिए बोगस वोटों की पहचान शुरू की है. एआई द्वारा चिन्हित किए गए बोगस वोटों की संबंधित एरिए के बीएलओ द्वारा भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है. इसी क्रम में महोबा के जैतपुर गांव में मकान नंबर 803 में 4271 मतदाताओं के नाम चिन्हित किए गए हैं. महोबा एडीएम कुंवर पंकज के मुताबिक वोटर लिस्ट में मौजूद त्रुटियों में सुधार कराया जा रहा है.