हरियाणा के 50 स्टूडेंट्स को रूस में आर्मी में जबरन भर्ती, कम ट्रेनिंग के बाद युद्ध में भेजा गया

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रोहतक : स्टडी वीजा पर रूस गए हरियाणा के युवाओं को जबरन सेना में भर्ती कर युद्ध में धकेला गया है। बच्चों से संपर्क टूटने पर परिजनों की चिंता बढ़ गई है और उन्होंने सरकार से उन्हें वहां से निकालने की गुहार लगाई है। रोहतक के तैमूरपुर निवासी श्रीभगवान, करनाल के चौरा गांव निवासी अर्जुन शर्मा व हिसार के मदनहेड़ी निवासी आशीष ने शनिवार को मानसरोवर पार्क में सामाजिक कार्यकर्ता नवीन जयहिंद से बातचीत की।

परिजनों ने बताया कि 10 दिन की ट्रेनिंग देकर उनके बच्चों को रूस ने जबरन यूक्रेन युद्ध में उतार दिया। महीने भर से उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। चिंतित परिजनों का कहना है कि 5 दिसंबर को दिल्ली आ रहे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी इस मामले में मुलाकात की जाएगी। परिजनों का कहना है कि हरियाणा के 50 से अधिक युवा रूस ने आर्मी में भर्ती कर युद्ध में उतारा है। उन्होंने छोटा भाई अनुज शर्मा 21 मई को रूस में रशियन भाषा की पढ़ाई करने स्टडी वीजा पर गया था। वहां एजेंटों ने लाखों रुपये का लालच देकर आर्मी में भर्ती करा दिया। 12 अक्तूबर को अंतिम बार संपर्क हुआ थाए उस समय उन्हें यूक्रेन युद्ध में भेजा था। अब कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है।

बड़े भाई अमन एक साल के स्टडी वीजा पर रूस गए थे, बीजा खत्म होने पर उनको एजेंटों ने आमी में भर्ती कराया और उनको चॉर्डर पर भेज दिया गया। अंतिम बार दीपावली के आसपास बातचीत हुई थी। अब सरकार से मांग है कि उनको सकुशल वापस लाया जाए।