39 साल में 7 रिकॉर्ड कायम, अब तैयार हो रहा 215 फीट ऊंचा रावण

SHARE

 हरियाणा के लोग अपने अजब-गजब कारनामों के लिए जाने जाते हैं। ऐसे ही हैं अंबाला के तेजेंद्र चौहान, जिन्हें रावण के सबसे ऊंचे पुतले बनाने का जुनून है। पिछले 39 सालों में उन्होंने 7 रिकॉर्ड बनाए हैं, जिनमें 5 लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और 2 वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया में दर्ज हैं। तेजेंद्र चौहान अब तक इस जुनून में अपनी साढ़े 12 एकड़ जमीन तक बेच चुके हैं। बीते 10 सालों में ही उन्होंने 4 से 5 करोड़ रुपये खर्च कर दिए हैं।

इस बार वे देश का सबसे ऊंचा 215 फीट का रावण राजस्थान के कोटा में तैयार कर रहे हैं। इससे पहले वे अंबाला, पंचकूला, चंडीगढ़, देहरादून और दिल्ली जैसे शहरों में ऊंचे रावण बना चुके हैं। लेकिन इस बार, 39 साल में पहली बार रावण के चेहरे में बदलाव किया जा रहा है। इस रावण की राजस्थानी स्टाइल की घुमावदार मूंछें होंगी। यही नहीं, पहली बार पुतले में रावण के पूरे 10 सिर लगाए जा रहे हैं। अब तक ऊंचे पुतले में एक ही सिर होता था, लेकिन कोटा के 131 साल पुराने राष्ट्रीय दशहरा मेले की परंपरा के अनुरोध पर चौहान ने इसे मंजूर किया।

1986 में शौक शुरू हुआ, फिर बन गया जुनून

बराड़ा क्षेत्र निवासी तेजेंद्र चौहान कभी अच्छे-खासे जमीनदार थे। साल 1986 में पहली बार शौक में 20 फीट ऊंचा रावण बनाया। लोगों की सराहना मिली तो अगले साल पुतले की ऊंचाई और बढ़ा दी। चौहान कहते हैं, “जब दुनिया में बुराइयां बढ़ रही हैं, तो बुराई के प्रतीक रावण का कद भी बढ़ना चाहिए।”

रिकॉर्ड्स की लंबी फेहरिस्त

तेजेंद्र चौहान के नाम 2011, 2013, 2014, 2015 और 2016 में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज हुआ। 2009 में बराड़ा में 175 फीट, 2012 में 195 फीट, 2014 में पहली बार 200 फीट, और 2016 में 210 फीट ऊंचा रावण बनाया गया। बराड़ा के मैदान में अब जगह कम पड़ने लगी, लेकिन जब लोग रावण के साथ सेल्फी लेते हैं, तो तेजेंद्र चौहान का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है।