हिसार।
एक लाख रिश्वतकांड में फंसी हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल और PA कुलबीर बेनीवाल को रविवार को सोनीपत में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। सोनिया को कोर्ट ने जेल भेज दिया, जबकि कुलबीर को एक दिन की रिमांड पर एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंपा है।
सोनिया को आज सुबह सोनीपत के महिला थाने से विजिलेंस के दफ्तर में लाया गया था। तब सोनिया ने कहा- ‘मुझे फंसाया गया है, जल्द ही मैं इसे साबित करूंगी।’ इस दौरान उनका पीए कुलबीर भी उनके साथ था।
दरअसल, ACB ने दोनों को शनिवार को 1 लाख रुपए रिश्वत के केस में गिरफ्तार किया था। इससे पहले सोनिया अग्रवाल के खरखौदा स्थित आवास पर रेड भी की गई थी, हालांकि उनके आवास की तलाशी के दौरान कोई रकम बरामद नहीं हुई है।
इन पर आरोप है कि सोनिया के पीए कुलबीर ने हिसार में जेबीटी टीचर से एक लाख रुपए लिए थे। शिकायतकर्ता टीचर का कहना है कि रुपए लेने के बाद पीए ने महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल को फोन कर केस सेटल करने को कहा था। वहीं, इस मामले पर हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया का एक बयान भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने इस पूरे मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था। इस तरह की चीजों से महकमे का नाम खराब होता है। इस महकमे में ट्रांसपेरैंसी से काम करना चाहिए।
सोनिया को खरखौदा और कुलबीर को हिसार से पकड़ा गया था। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने टीचर और उसकी पुलिसकर्मी पत्नी का विवाद निपटाने के बदले में एक लाख रुपए की रिश्वत लेने का प्लान बनाया था। ACB ने कुलबीर से एक लाख रुपए भी बरामद किए हैं। ACB को शक है कि सोनिया अग्रवाल, कुलबीर के जरिए ही केस निपटाने के पैसे लेती थी।
वहीं, कुलबीर शनिवार को दिनभर अपने नियाणा गांव स्थित घर पर ही था। परिवार के मुताबिक उसे दिन में किसी का कॉल आया और वह ऑटो मार्केट जाने की बात कहकर चला गया। दोपहर 2 बजे के बाद से उसका फोन बंद आने लगा। कुलबीर हिसार में अपना यूट्यूब न्यूज चैनल चलाता है। वह हिसार लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुका है, हालांकि उसे सिर्फ एक हजार वोट मिले थे। वह तब चर्चा में आया था जब उसका प्रचार के दौरान झगड़ा हो गया था। इस झगड़े में कुलबीर के कपड़े फाड़ दिए गए थे। कुलबीर ने खुद अपनी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी थी।