फरीदाबाद।
महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने मोहन लाल बडोली और रॉकी मित्तल गैंग रेप मामले को लेकर कहा कि कोई महिला आयोग के पास आता है, तो आयोग उसकी मदद करता है। अब सवाल ये है कि आखिर इस मामले को इतने समय तक क्यों छिपाया गया था। अब इसको बाहर क्यों लाया गया है। उन्होंने कहा कि मामले में कोई सबूत मिलता है तो कार्यवाही करेंगे। रेणु भाटिया फरीदाबाद बीके सिविल अस्पताल में एक गैंग रैप पीड़िता से मिलने के लिए पहुंची थी।
रेणु भाटिया से सिविल अस्पताल जाकर गैंगरेप की 15 साल की नाबालिग से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि परिवार की हर संभव मदद की जा रही है। उन्होंने बताया कि 3 आरोपियों के द्वारा उसके साथ गैंग रेप किया गया। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है और आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। पीडि़ता की हालात अभी सामान्य है।
आरोपियों के द्वारा नाबालिग के साथ कई बाद गैंगरेप किया गया और गर्भवती होने पर छोड़ दिया गया। पीडि़ता को फरीदाबाद के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की मंजूरी से गर्भपात कराया गया है। पीडि़ता को 3दिन पहले अस्पताल में दाखिल कराया गया था। गर्भपात के बाद पीडि़ता की हालत समान्य है। रेणु भाटिया ने बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बडोली और रॉकी मित्तल गैंगरेप मामले पर बोलते हुए कहा कि जो कार्यवाही 2 साल बाद की जा रही है। यही कार्यवाही पहले की जाती, तो अब तक दूध का दूध पानी का पानी हो चुका होता। सवाल ये है कि इस मामले को छिपाया क्यों गया है। आखिर अब ऐसा क्या सपोर्ट मिला,जो ये अब शिकायतकर्ता सामने आई है। भाटिया ने इस मामले को लेकर शंका जताई है। उन्होंने कहा कि जिसने शिकायत दी है उसकी दोस्त ने खुद शिकायतकर्ता की बातों का खंडन कर दिया है। अब सवाल ये बनता है कि इस तरह का मामला था भी या नही। रेणु भाटिया ने कहा कि वो इस मामले को लेकर अपने स्तर पर जानकारी ले चुकी है। लेकिन कोई सबूत नही मिला है कि ऐसा कोई मामला सच में था। अगर उनको कोई सबूत मिलेगा तो कार्यवाही करेंगे।