चंडीगढ़: हरियाणा में बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान निजी स्कूलों के स्टाफ की ड्यूटी नहीं लगेगी। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ने परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए यह निर्णय लिया है। बता दें कि फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स वेलफेयर एसोसिएशन ने बोर्ड (Haryana Board Exam 2025) के इस फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है। फेडरेशन ने कहा कि निजी स्कूलों के शिक्षकों तथा स्टाफ के प्रति अविश्वास की भावना से सरकार और निजी स्कूलों के रिश्तों में खटास पैदा होगी।
उन्होंने चेयरमैन से पूछा है कि पहले भी कई बार ऐसा हुआ कि निजी स्कूलों के स्टाफ की ड्यूटी नहीं लगाई गई। तब क्या बोर्ड (Haryana Board Exam 2025) ऐसे सरकारी स्कूलों में नकल रोकने में कामयाब रहा है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से समय-समय पर बोर्ड की परीक्षाओं में ड्यूटी के लिए निजी स्कूलों के शिक्षकों को नियुक्त नहीं करने के निर्देश जारी किए जाते रहे हैं।
दरअसल, परीक्षाओं में ड्यूटी से बचना अक्सर शिक्षकों की आदत बन गई है। इसके विपरीत निजी स्कूलों के शिक्षक परीक्षा ड्यूटी के लिए स्वयं को आगे कर रहे हैं। हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड (Haryana Board Exam) ने मार्च 2019 में हुई 10वीं और 12वीं की वार्षिक परीक्षा में ड्यूटी से गैरहाजिर रहे प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों पर जुर्माना लगाया था।
बोर्ड (Haryana Board Exam News) ने इन स्कूलों पर 5-5 हजार रुपये जुर्माना लगाया था। इस फैसले का तब भी पुरजोर विरोध हुआ था। ऐसे फैसलों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए बोर्ड ने प्राइवेट स्कूलों को बोर्ड की परीक्षाओं में ड्यूटी से अलग ही रखने का फैसला किया है। हालांकि, सरकार के इस फैसले का फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा विरोध किया जा रहा है।