अंबाला: हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि 1984 में हुए सिखों के कत्लेआम की सजा फांसी से कम नहीं होनी चाहिए थी, लेकिन कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती।
विज ने यह भी कहा कि उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इस घटना को यह कहकर मान्यता दी थी कि “जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है, तो धरती हिलती है”। उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1984 के पीड़ितों को न्याय दिलाने का काम किया है।
इसके अतिरिक्त, अनिल विज ने आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे अब बुझे हुए चिराग हैं और बिना मतलब के मुद्दे बनाकर फड़फड़ाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनके दीए में तेल खत्म हो चुका है।
विज ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि ये पार्टी अपने प्रत्याशी नहीं उतर पाई। नगर परिषद चुनाव में कांग्रेस सहित सभी राष्ट्रीय और प्रादेशिक परियों मैदान छोड़कर भाग गई है। भारतीय जनता पार्टी की लोकप्रियता से घबराकर अपने चुनाव निशान पर उम्मीदवार भी खड़ा नहीं कर पाई है केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है और अब जनता ने मन बना लिया है कि नगर पालिका में भी भाजपा की ही सरकार बनेगी।