पैसों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में व्यक्ति को जबरन खिलाया जहर, मौत

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सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत में एक व्यक्ति को जबरन जहर खिलाने का मामला प्रकाश में आया है। जहर के प्रभाव से व्यक्ति की मौत हो गई। हत्या पैसों के लेनदेन को लेकर की गई। मृतक की बेटी ने 10 लोगों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी है।

थाना खरखौदा में दर्ज शिकायत में निशा ने बताया कि वह नसीरपुर चौलका की रहने वाली है। उसके पिता मनोज ने कांता से 2 लाख 50 हजार रुपए उधार लिए थे। इस रकम को 6 महीने में लौटाने का करार हुआ था। करार पूरा होने के बाद कांता, उसके बेटे प्रदीप और कुलदीप, प्रदीप के बेटे सागर और सुमित, कांता की बेटी अनीता और गांव के जय भगवान, उसका बेटा पुनीत, राहुल और जय भगवान की पत्नी उषा ने न केवल पैसे और प्लॉट देने से इनकार कर दिया। बल्कि मनोज और उनके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी।

निशा ने बताया कि 22 अप्रैल को जब उसके माता-पिता घर पर थे, तब प्रदीप, उसका बेटा सागर, सुमित, कांता, कुलदीप, अनीता, अनीता की बेटी मोनी ने घर में घुसकर उनके साथ मारपीट की। इस दौरान उसकी मां के सिर पर चोट आई और पिता की गर्दन दबाई गई। उसने तुरंत 112 पर कॉल की और मां को सिविल अस्पताल खरखौदा में भर्ती कराया। एसआई रेखा दहिया ने फोन पर पूरी बात सुनी और वीडियो भी बनाई, लेकिन बयान लेने नहीं आईं।

निशा ने बताया कि जब वह अपनी मां को पीजीआई रोहतक ले गई, तब दोपहर करीब 2 बजे एसआई संदीप उसके पिता को घर से उठाकर थाना खरखौदा ले गए। थाने में उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। यह सब पूर्व सरपंच जय भगवान के कहने पर किया गया। शाम 5 बजे जब उनके पिता घर लौटे, तब प्रदीप, जय भगवान, पुनीत, कुलदीप, कांता, अनीता, मोनी, सागर और सुमित ने फिर से उनके साथ मारपीट की। 23 अप्रैल को दोपहर 12 बजे एसआई संदीप ने असली दस्तावेज लेकर थाने बुलाया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि एसआई ने उसका मोबाइल छीनकर सबूत नष्ट कर दिए और उसके पिता को मां से दूर ले जाकर दुर्व्यवहार किया। दबाव डालकर कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करवाए गए। आरोपियों ने दोनों बेटियों को उठवाने की धमकी भी दी।

निशा ने बताया कि शाम 5:40 बजे जब उनके पिता घर पहुंचे तो रोते हुए बताया कि उनके साथ बहुत बुरा हुआ है। 20 मिनट बाद प्रदीप और कांता के घर के सामने से उन्हें ले गए। पीड़िता ने 112 पर कॉल करके सेठी अस्पताल खरखौदा बुलाया, जहां से उन्हें पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। रास्ते में मनोज ने अपनी बेटी को बताया कि उन्हें जबरन कुछ खिला दिया गया है और उनकी मौत के जिम्मेदार ये सभी लोग होंगे। इसके बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।