गुड़गांव: हरियाणा के निजी अस्पतालों में महिला सुरक्षा को लेकर कड़े नियम बनाए जा रहे हैं। किसी भी अस्पताल में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना अस्पताल का दायित्व होगा। यह बात आज हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कही। वे आज गुड़गांव में वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण करने पहुंची थी। इस दौरान पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल को लेकर रेनू भाटिया ने कहा कि अगर बड़े अस्पतालों में ही महिला मरीजों के साथ इस तरह की हरकत होगी तो महिलाएं कहां सुरक्षित होंगी। इस मामले में उन्होंने पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा से भी बात कही है और अस्पताल प्रबंधन से भी जवाब मांगा है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने यह आश्वस्त किया है कि इस तरह की हरकत दोबारा नहीं होने दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर अस्पतालों के लिए भी कड़े नियम बनाए जा रहे हैं। यह नियम सभी छोटे व बड़े अस्पतालों के लिए समान होंगे। उन्होंने कहा कि महिला आयोग सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क है। उन्होंने पिछले दिनों एक अस्पताल में हुए बच्चा चोरी के मामले की जानकारी देते हुए कहा कि महिला आयोग ने इस बच्चा चोरी मामले में संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई कराई जिसका नतीजा यह निकला कि बच्चा चोरी गैंग आज जेल में है।
उन्होंने साफ कर दिया कि महिला सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। अस्पताल में महिला सुरक्षित रहे चाहे वह अस्पताल स्टाफ हो या कोई मरीज सभी की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। आपको बता दें कि पिछले दिनों ट्रेनिंग पर गुड़गांव आई एक एयर होस्टेस की पानी में डूबने से तबीयत खराब हो गई थी। एयर होस्टेस को इलाज के लिए मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद महिला ने सदर थाना पुलिस को शिकायत देकर कहा था कि जब वह वेंटीलेटर पर थी तो अस्पताल के स्टाफ ने उसके साथ यौन उत्पीड़न किया था। इस मामले में पुलिस ने 800 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालने के बाद लैब टेक्नीशियन को काबू किया है। मामले में हरियाणा महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया है।