कैथल: गीता भवन मंदिर सभा के चुनाव में कैलाश भगत 8वीं बार प्रधान चुने गए हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी सुभाष चुघ एडवोकेट को 214 वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया। चुनाव अधिकारी नरेन्द्र निझावन, अशोक कुमार आर्य, योगराज बत्रा व राम किशन डिगानी ने बताया कि इस चुनाव में कुल 408 वोट थे, जिसमें से 339 वोट मतदाताओं ने डाले। चुनाव में 5 वोट कमी मिलने पर रद्द किए गए। 334 वोटों में से 274 वोट कैलाश भगत को मिले, जबकि सुभाष चुघ को 60 वोट मिले।
इस चुनाव में 214 वोटों से कैलाश भगत विजयी रहे। चुनाव मतगणना सम्पन्न होते ही सुभाष चुघ ने स्वयं कैलाश भगत का विजेता के तौर पर नाम घोषित किया। चुनाव में जीत मिलने पर कैलाश भगत ने कहा कि यह जीत समाज की जीत है जिन्होंने उन पर भरोसा जताया है। कैलाश भगत ने कहा कि यह चुनाव भाईचारे का चुनाव था। कैलाश भगत ने कहा कि आज 59 सालों के बाद गीता भवन मंदिर सभा का पहली बार चुनाव हुआ है।अभी तक हमेशा सर्वसम्मति से प्रधान चुना जाता था, लेकिन आज जो चुनाव हुआ है उसे भी पूरे समाज ने अच्छे तरीके से सम्पन्न करवाया है। उन्होंने गीता भवन मंदिर में जो काम किया, उसके अनुसार ही उन्हें समाज ने बम्पर वोट देकर विजयी बनाया। उनकी भविष्य में भी यही कोशिश रहेगी गीता भवन मंदिर का विकास सभी बिरादरी के साथ मिलकर करें।
गीता भवन मंदिर में पुर्णतः काम हुआ, उसी अनुसार लोगों ने वोट देकर यह साबित किया है कि मंदिर में चल रहे विकास को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने वोट किया। भविष्य में चुनाव न हो, सर्वसम्मति हो इसके लिए वह ऐसा कार्य करेंगे। कैलाश भगत ने कहा कि इस चुनाव में जिन साथियों की नाराजगी रही, उन्हें भी दूर करने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर राजेन्द्र खुराना, रामकिशन डिगानी, नरेन्द्र मिगलानी, इन्द्रजीत सरदाना, सुधीर मैहता, सुभाष नारंग, अमरजीत छाबड़ा, कृष्ण नारंग, राजकुमार मुखीजा, राजन मिगलानी, हर्ष नारंग, रजत थरेजा, महेन्द्र थरेजा, सुषम कपूर, सतीश राजपाल, प्रकाश नारंग, अशोक भारती, प्रदीप शर्मा, भुवन मलिक, सतीश चावला, तुलसीदास सचदेवा, प्रदर्शन परुथी, सुभाष कथूरिया, विनोद खंडूजा, अनिल आहुजा, गोबिंद दुआ, हरबंस मिगलानी, मदन सुनेजा, ओमप्रकाश दुआ, राजकुमार दुआ, राजकुमार निझावन, रमेश सचदेवा, रवि नागपाल, सतीश सोनी, सतपाल चुघ आदि ने भी चुनाव को अच्छे प्रकार सम्पन्न करवाने में सहयोग दिया।