करनालः मानसून सत्र से पहले या उसके बाद अगर बाढ़ जैसी स्थिति बनती है तो किसी भी हालात से निपटने के लिए स्पीकर हरविंदर कल्याण ने खुद कमर कस ली है ताकि यमुना नदी के लगते गांव प्रभावित न हो सके। अगर बाढ़ जैसे कोई हालात बनते हैं तो, क्योंकि जब बाढ़ आती है तो किसानों के खेत में खड़ी फसलें सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। ऐसे में जिला प्रशासन की क्या कुछ तैयारियां है जिसका जायजा लेने हरविंदर कल्याण खुद अपने काफिले के साथ गाड़ी चलाकर ढाकवाला यमुना बांध और सदर पुर यमुना बांध पर पहुंचे। इस मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे।
स्पीकर हरविंदर कल्याण ने कहा कि यमुना में बाढ़ बचाव का काम जो हर वर्ष होता है जो भी बरसात के बाद नए स्थान चिन्हित करके जहां पर बाढ़ बचाव के काम करने की जरूरत होती है तो फ्लड कंट्रोल में वो सब प्रपोजल जाते हैं। 2 साल पहले का हमारा जो अनुभव रहा है जो भारी बरसात के कारण बाढ़ की स्थिति बनी और बाढ़ आई थी। यमुना के कुछ स्थान टूटने की कगार पर थे, वो भी देखे हैं। उन सब बातों को ध्यान में रखते हुए पिछले वर्ष भी बड़े मजबूत स्टड बने हैं और इस वर्ष के लिए भी करनाल में 6 प्वाइंट जो चिन्हित हुए थे उनमें लगभग 18 करोड़ रुपये की लागत के काम चल रहे हैं। सभी स्थानों पर 70 से 80 प्रतिशत सामग्री पहुंच चुकी है और अगले एक सप्ताह के अंदर सारी सामग्री पहुंच जाएगी।
स्पीकर ने कहा कि 30 जून की जो समय सीमा होती है उससे पहले सारे काम पूरे हो जाए, ताकि साथ लगती आबादी साथ लगते किसान उनको किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। सरकार पूरी तरह से गम्भीर है। प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में सभी योजना बनती है। सभी कामों को मंजूरी भी मिली है और सभी कामों समय पर हो, जिसको लेकर आज मैने भी दौरा किया है। ताकि किसी प्रकार की कही कोई दिक्कत सरकार या प्रशासन या कोई सुझाव लोगों के मौके पर मिले, अगर कोई भी विषय सामनें आता है तो उसे तुरंत संज्ञान में लिया जाएगा।
स्पीकर हरविंदर कल्याण से जब पूछा गया अगर बाढ़ जैसे हालात बनते हैं तो क्या कुछ इंतजाम यमुना के साथ लगते गांव के लोगों के लिए किए गए हैं, जिस पर कल्याण ने कहा कि इन सभी विषयों पर ध्यान रखना ही हमारी और सरकार की जिम्मेदारी है। इस वर्ष भी जो प्वाइंट चिन्हित हुए थे वहां काम हुआ है ये भी हमारी योजना रहती है। अगर कोई गम्भीर स्थिति बनती है तो अधिकारियों को उसके लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं।

















