यमुनानगर। गांधी नगर थाना क्षेत्र अशोक विहार निवासी 22 वर्षीय रोमिल वोहरा (Gangster Romil Vohra Killed) गलत संगत के चलते अपराध की दुनिया में कूदा था। घर से खर्च कम ही मिलता था। खर्च के लिए वह गाड़ियों व अन्य सफाई का काम करता था। वह दब्बू प्रवृत्ति का था। स्कूल के दिनों में उसके साथ कई बार मारपीट हुई, लेकिन वह जवाब नहीं देता था। बदमाशों के साथ रहना उनके साथ फोटो करवाने के शौक ने बर्बादी के रास्ते पर चढ़ा दिया।
इसी संगत के चलते वह तीन लाख का इनामी बदमाश बन गया। गत वर्ष खेड़ी लक्खा सिंह पुलिस चौकी के सामने दो शराब सहित तीन लोगों की हत्याकांड के बाद नाम चर्चा में आया।
विदेश भागने की चर्चा खूब चली। इसी बीच कुरुक्षेत्र के शाहबाद में वारदात को अंजाम दे दिया। अब उसका डर निकल चुका था। बेखौफ होकर एक के बाद एक वारदात को अंजाम देता रहा है। कुरुक्षेत्र में हुए शराब के ठेकेदार की हत्या के बाद अब पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया। जब वोहरा का नाम अपराध जगत में गूंजने लगा तो उसके जानकार हैरान हो गए थे और अब हुए एनकाउंटर से।
इसलिए नहीं आता था पकड़ में
पुलिस सूत्रों के मुताबिक रोमिल वोहरा बहुत ही शातिर हो गया था। घर से फरार होने के बाद रहने का ठिकाना नहीं था। वह रात दिन सफर में रहता था। कभी रोडवेज बस तो कभी ट्रेन से सफर करता था। उसके पास फोन जरूर था। सफर के दौरान लोगों से सिम खराब होने का बहाना बनाकर उनका वाइफाई यूज करता।
इससे अपने साथियों से बात व मैसेज करता था। बाद में पुलिस को इसकी भनक लग गई। इस बारे में पब्लिक को जागरूक किया जाने लगा। पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर पुलिस ने निगरानी बढाई। पुलिस को उसकी लीड मिली ही गई।
जिले की पुलिस को घनी राहत मिलेगी
गुरुग्राम में संयुक्त कार्रवाई से हुए एनकाउंटर में रोहिल वोहरा ढेर कर दिया गया। इस कार्रवाई से व्यापारियों से ज्यादा राहत यमुनानगर जिले की पुलिस को मिलेगी। लगातार फायरिंग व रंगदारी से पुलिस के इकलाब पर सवाल उठ रहे थे। पुलिस अधिकारियों पर भी जांच के अलावा कहने का ज्यादा कुछ नहीं होता था।