चंडीगढ़। हरियाणा में प्रथम और द्वितीय श्रेणी पदों की भर्तियों पर विवाद बढ़ता जा रहा है। हरियाणा लोक सेवा आयोग (एचपीएससी) की कार्यप्रणाली को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस महासचिव व सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला के बाद अब इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला और कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि एचपीएससी को भंग करने के साथ ही भर्ती परीक्षाओं में धांधली की सीबीआई जांच कराई जाए। भर्ती परीक्षाओं में सवाल कापी पेस्ट करके भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। पिछले 11 वर्षों में प्रथम और द्वितीय श्रेणी की 75 प्रतिशत सरकारी नौकरियां बाहरी लोगों को दी गई हैं।
स्थानीय युवाओं के खिलाफ नीतियां बनाते हुए भर्ती परीक्षाओं से हरियाणा का सामान्य ज्ञान हटा दिया गया और डोमिसाइल से 15 साल की शर्त हटा दी गई। सिंचाई विभाग में हुई असिस्टेंट इंजीनियर्स की भर्ती में सामान्य वर्ग के 42 पदों में से अन्य राज्यों के 28 लोगों को नियुक्ति दी गई है।
सिविल जज भर्ती में 110 में से 60, तकनीकी शिक्षा विभाग में प्राध्यापकों के सामान्य वर्ग के 153 में से 106, आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर भर्ती में सामान्य वर्ग के 427 में 75 प्रतिशत, एसडीओ इलेक्ट्रिकल भर्ती में 90 में 77, लेक्चरर (टेक्निकल एजुकेशन) की भर्ती में सामान्य श्रेणी के 157 में से 103 और असिस्टेंट प्रोफेसर राजनीति विज्ञान की भर्ती में 18 में से 11 उम्मीदवार बाहरी राज्यों के लगाए गए।
दीपेंद्र ने कहा कि असिस्टेंट प्रोफेसर इतिहास, हिंदी, जूलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स जैसी भर्तियों में बेहद गंभीर गड़बड़ियां सामने आई हैं। इतिहास के प्रश्न पत्र में 24 सवाल छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्रों से कापी पेस्ट किए गए हैं।
उत्तराखंड राज्य पात्रता परीक्षा के प्रश्न पत्र से भी कई सवाल कापी पेस्ट किए गए। गलत उत्तर, हिंदी व अंग्रेजी विकल्पों में भिन्नता और प्रिंटिंग की तमाम त्रुटियों, सील टूटे हुए प्रश्न पत्र बांटने, पेपर लीक होने की आशंका जताते हुए अभ्यर्थियों ने एचपीएससी को शिकायत दर्ज करवाई है।
सभी पेपरों की सील टूटी मिली: अभय चौटाला
अभय सिंह चौटाला ने असिस्टेंट प्रोफेसर भूगोल के पेपर की ‘आंसर-की’ में गड़बड़ियों पर कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त करने की साजिश रची जा रही है। अभी तक असिस्टेंट प्रोफेसर के विभिन्न विषयों के जितने भी पेपर हुए, उन सभी में पेपरों की सील टूटी मिली हैं।
उन्होंने कहा कि बहुत से सवालों के जवाब गलत दिए गए हैं। रिवाइज्ड ‘आंसर-की’ में छह प्रश्नों के उतर बदल दिए गए। कई प्रश्न ही हटा दिए गए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुके एचपीएससी को तुरंत भंग किया जाए।