Kaithal में नशे का कहर: इंजेक्शन के रिएक्शन से युवक की मौत, तालाब किनारे सिरिंज के साथ मिला शव

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कैथल: जिले में नशे का कहर लगातार गहराता जा रहा है। मंगलवार को शहर के बीचोबीच स्थित पार्क रोड के शीतलपुरी डेरे के पास एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया, जिसने एक बार फिर समाज को झकझोर कर रख दिया। यहां तालाब की पटरी पर एक युवक मृत अवस्था में पड़ा मिला, जिसके हाथ में नशे का इंजेक्शन लगा हुआ था। शुरुआती जांच में यह मामला नशे के इंजेक्शन के रिएक्शन से हुई मौत का प्रतीत हो रहा है। मृतक की पहचान 30 वर्षीय दीपक निवासी गांव बालू के रूप में हुई है।

घटना की जानकारी शीतलपुरी डेरे के पुजारी ने पुलिस को दी। पुजारी ने देखा कि तालाब की पटरी पर एक युवक अचेत अवस्था में पड़ा है। उसने तुरंत डायल 112 को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने देखा कि युवक की सांसें थम चुकी थीं और वह मृत अवस्था में था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने सिटी थाना को सूचित किया। कुछ ही देर में सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर गीता, डीएसपी क्राइम सुशील प्रकाश और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।

पुलिस ने शव की तलाशी ली तो युवक के हाथ में नशे की सिरिंज पाई गई। इसके अलावा उसकी जेब से 500-500 रुपये के कुल 38 नोट (कुल 19,000 रुपये), एक मोबाइल फोन और एक अतिरिक्त नशे की सिरिंज बरामद हुई। वहीं पास ही खड़ी एक सफेद रंग की स्कूटी भी पुलिस को मिली, जो चौशाला गांव निवासी के नाम पर रजिस्टर्ड है। पुलिस अब स्कूटी के मालिक और दीपक के बीच संबंधों की जांच कर रही है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, ताकि मौत के असल कारण की पुष्टि हो सके।

डीएसपी सुशील प्रकाश ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि युवक की मौत नशे का इंजेक्शन लगाने के बाद उसके रिएक्शन से हुई है। मृतक युवक नशे का आदी था या नहीं, यह भी जांच का विषय है। शव को पोस्टमार्टम के लिए कैथल नागरिक अस्पताल भेजा गया है, जिसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। मृतक के परिजनों को सूचना देकर बुलाया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि युवक किसके साथ आया था, उसने नशे का इंजेक्शन कहां से लिया और उस पर पहले भी नशे से जुड़ा कोई मामला तो दर्ज नहीं था। स्कूटी की जांच कर यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह दीपक के पास कैसे पहुंची।

इस घटना ने एक बार फिर जिले में फैले नशे के जाल को उजागर कर दिया है। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में नशा तस्करी और इसके दुष्परिणामों की खबरें अब आम हो चली हैं। पुलिस द्वारा समय-समय पर कार्रवाई के दावे जरूर किए जाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि नशे का जहर अब गांव-गांव और घर-घर में पैर पसारता जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पार्क रोड, रेलवे रोड और कई अन्य सार्वजनिक स्थानों पर शाम होते ही नशेड़ी युवाओं का जमावड़ा लगना आम बात हो गई है। कई बार पुलिस गश्त की मांग की गई, लेकिन स्थायी समाधान नहीं निकल पाया।