कैथल : कैथल के गांव सीवन थाने में महिला के साथ मारपीट मामला थमने का नाम नहीं ले रहा, जिसको लेकर कैंथल के जवाहर पार्क में भीम आर्मी और सामाजिक संगठनों ने इकठ्ठा होकर सचिवालय पहुंचकर जमकर नारेबाजी की। हालांकि सामाजिक और भीम आर्मी द्वारा अब दोनों बेटियों को न्याय देने की मांग की है।
मामला इस प्रकार है….
कुछ दिन पहले पुलिस द्वारा इस मामले को लेकर एक बड़ा खुलासा किया गया था जिसमें जिस लड़की को घर से भगाया गया था उसको पुलिस द्वारा बरामद कर परिवार से मिलाया गया था। मीडिया के कैमरे के सामने लड़की और उसके पिता ने ममता नामक महिला को पूरे मामले की मास्टरमाइंड बताया था और कहा था कि ममता ने ही उनकी बेटी को इस दलदल में धकेला है ममता ने लड़कियों का यह धंधा खोल रखा है। पुलिस पर ममता को पीटने के आरोप भी झूठे हैं। ममता ने इस मामले से बचने के लिए ये सब ड्रामा किया था। उनकी मांग थी कि ममता को हॉस्पिटल से लाकर जेल में डाला जाए, ताकि अन्य लड़कियां इसका शिकार न हों सके। लड़की के परिजनों द्वारा ममता की गिरफ्तारी को लेकर गांव सीवन में पुलिस थाने के सामने धरना प्रदर्शन भी किया था।
मामले के तुल पकड़ने के बाद और पुलिस द्वारा लड़की को घर वालों से मिलवाने बाद आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हों गया। जिन समाजिक संगठनों द्वारा पहले सचिवालय में प्रदर्शन कर ममता को न्याय देने की बात कही थी आज उन्हीं समाजिक संगठनों और भीम आर्मी द्वारा ममता और दूसरी लड़की को भी न्याय देने की बात कही। उन्होंने कहा कि ममता को पीटने मामले में चाहे वो पुलिस द्वारा पीटी गई या किसी और द्वारा उसकी गहनता से जांच होनी चाहिए और जिस किसी के द्वारा ये पिटाई की गई है उनपर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
वहीं घर से लड़की को भगाने के सवाल पर कहा कि अगर इस मामले में ममता दोषी पाई जाती है तो ममता पर भी करवाई होनी चाहिए। अब देखना ये होगा कि पुलिस द्वारा क्या करवाई की जाती हैं क्योंकि दिन प्रतिदिन इस मामले में नई नई परत खुलती जा रही हैं।