यमुनानगर: जिले के साढौरा विधानसभा क्षेत्र के एक गांव में 55 वर्षीय व्यक्ति पर छेड़छाड़ के आरोप में बिना मुकदमा दर्ज किए ही गिरफ्तारी किए जाने को लेकर बवाल खड़ा हो गया। परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस पर झूठा मुकदमा दर्ज करने और रिश्वत लेने के आरोप लगाए हैं। इसके विरोध में सैकड़ों ग्रामीणों, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, ने जगाधरी सदर थाने का घेराव किया। प्रदर्शनकारियों ने थाने के बाहर दरी बिछाकर ‘पुलिस मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। इस दौरान डीएसपी राजीव मिगलानी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों के बीच बैठकर उनकी बातें सुनीं। उन्होंने निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पैसे लेकर किया झूठा केस दर्ज: परिजनों
गिरफ्तार आरोपी की पत्नी निर्मला सिंह ने कहा कि उनके पति के खिलाफ आपसी रंजिश के चलते झूठी शिकायत दी गई है। बेटे गुरप्रीत सिंह ने थाना प्रभारी तरसेम सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने दूसरे पक्ष से पैसे लेकर मुकदमा दर्ज किया और उनके पिता की जेब में रखे ₹3000 भी पुलिस ने जब्त कर लिए। परिजनों ने दावा किया कि 28 जून को जब छेड़छाड़ की घटना बताई गई, उस समय आरोपी यमुनानगर शहर में मौजूद था और इसके सीसीटीवी फुटेज भी उनके पास है। बावजूद इसके, पुलिस ने 1 जुलाई को गिरफ्तारी की और 2 जुलाई को एफआईआर दर्ज की गई।
पुलिस प्रशासन का पक्ष
डीएसपी राजीव मिगलानी ने बताया कि एक पक्ष की शिकायतें सुन ली गई हैं और मामले की जांच डीएसपी रजत गुलिया को सौंपी गई है। यदि थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध पाई जाती है, तो उनके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।