रियाणा में मौसम बना काल, बारिश में छत गिरने से महिला की मौत; कैसे रहेंगे अगले दो दिन?

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हिसार: हरियाणा में मानसून के छाने के साथ ही वर्षा हो रही है। प्रदेश के कई जिलों में वीरवार देर रात से वर्षा हुई। शुक्रवार को भी प्रदेश के पलवल, फरीदाबाद और नारनौल में हल्की वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों ने शनिवार को भी काफी जिलों में वर्षा की संभावना व्यक्त की है।

वहीं वीरवार रात को वर्षा के दौरान पानीपत के मतलौडा में पुराने मकान की छत िगरने से दंपती दब गया। हादसे में पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई। घायल पति का इलाज अस्पताल में चल रहा है। वहीं उत्तर प्रदेश क्षेत्र से पांच भैंसे शुक्रवार को पानी में बहकर हथनीकुंड बैराज तक आ गई। इनमें तीन भैंसों की मौत हो गई और दो को जेसीबी की मदद से बचाया गया।

अगले दो दिनों में बारिश की संभावना

भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मानसून के चलते इस बार प्रदेश में बेहतर वर्षा हो रही है। कुछ जिलों में सामान्य से कम वर्षा हुई है लेकिन प्रदेश में बेहतर वर्षा होने से तापमान लगातार नीचे गिरा है। वीरवार रात को अचानक मौसम में बदलाव के चलते तेज वर्षा हुई।

तेज हवाएं भी चली। वहीं शुक्रवार को दिन में तीन जिलों में भी वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों ने अनुसार प्रदेश में मौसम परिवर्तनशील रहेगा। आने वाले दो दिन तक विज्ञानियों ने वर्षा होने की संभावना व्यक्त की है।

उत्तर प्रदेश क्षेत्र से सात भैंसें शुक्रवार को पानी में बहकर हथनीकुंड बैराज आ गई। इनमें से पांच की मौत हो गई। ये भैंसें जिला सहारनपुर के गांव जानीपुर के जंगल में चारा चरने गई थी। यमुना नदी के पानी में बह गई, दो भैंसों को जेसीबी की मदद से बाहर निकाला। यमुना नदी पानी का अधिकतम बहाव 17,598 क्यूसेक रहा। शिवालिक पहाड़ियों में लगातार हो रही बरसात के कारण क्षेत्र में हथनीकुंड बैराज का जलस्तर भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है।

छत गिरने से महिला की मौत

थर्मल क्षेत्र के सुंदर नगर में वर्षा से एक पुराने मकान की छत गिर गई जिसके नीचे कमरे में सो रहे पति-पत्नी दब गए। हादसे में पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पति को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया। लोगों की मदद से मलबे में दबे दोनों को बाहर निकाला गया।

दंपती मूल रूप से बिहार का रहने वाला है और पिछले छह साल से किराये पर इस मकान में रह रहे थे। मृतका की पहचान 42 वर्षीय रूबी के रूप में हुई है। हादसा शुक्रवार अलसुबह करीब सवा तीन बजे का है। तेज वर्षा की वजह से मिट्टी और कड़ियों से बनी छत ढह गई।

मकान मालिक कृष्ण कुमार के मुताबिक, वह मकान की समय-समय पर मरम्मत करवाता रहता है। लेकिन पुराना निर्माण और भारी वर्षा से यह हादसा हो गया। सबसे पहले सुरेंद्र को मलबे से निकाला गया, जो बेहोशी की हालत में था।

इन जिलों में भी वर्षा की संभावना : पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात व पलवल|