कैथल में बर्बरता की हदें पार! नाबालिग बेटे ने दिव्यांग मां को पीटकर रखा कैद, 9 दिन भूखी-प्यासी तड़पती रही महिला

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कैथल : कैथल जिले के चंदाना गांव में बर्बरता की हद पार हो गई है। यहां नाबालिग बेटे ने अपनी दिव्यांग मां को घर में बंद कर दिया और गेट पर ताला लगाए रखा। भूखी-प्यासी महिला लोगों से रोटी-पानी की गुहार लगाती रही। 9 दिन उसे खाना भी नहीं दिया गया। फिर पड़ोसियों ने डायल 112 कॉल कर पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने गेट का ताला तोड़ा और महिला को बाहर निकाला। इस दौरान महिला बेहोश हो गई, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

पड़ोसियों ने बताया कि महिला के पति की सड़क हादसे में मौत हो गई है। वह अपनी सास से अलग रहती है। उसका 17 साल का बेटा है, जो रात को घर आता है और उसे पीटता है। घर में रखा खाने-पीने का सामान गिरा देता है। पड़ोसी महिला को गेट के नीचे से खाना दे देते थे। बेटे ने 4-5 दिन से गेट पर ताला लगा दिया है। कोई उसे खाना देता तो बेटा उसको भी गालियां देता था। वहीं कांपती आवाज में मां ने कहा कि खाना मांगने पर बेटा पिटाई करता है।

मां को ताले में बंद कर खुद करता था शराब पार्टी

पीड़ित महिला नैना देवी ने कांपती आवाज में बताया कि उसका 16-17 साल का बेटा अक्सर घर देर रात आता है और दोस्तों के साथ शराब पीकर पार्टी करता है। वह आए दिन मां से पैसे मांगता है, न देने पर उसे पीटता है। कभी डंडों से तो कभी हाथों से मारता है। महिला का कहना है कि उसे 9 दिनों से न तो खाना दिया गया, न ही पानी या दवा। वह बीमार है और चलने-फिरने में भी असमर्थ है।

पड़ोसियों ने दिखाई मानवता, पुलिस को बुलाकर बचाया

स्थानीय लोगों ने बताया कि महिला का पति कुछ साल पहले एक्सीडेंट में गुजर गया था। वह अपनी सास से अलग रहती है और घर में अकेली है। शुरू में घर का गेट खुला रहता था, तो पड़ोसी उसे रोटी-पानी दे देते थे, लेकिन पिछले चार-पांच दिनों से गेट पर ताला लटका हुआ था। महिला लगातार गेट के नीचे से हाथ निकालकर पानी और रोटी के लिए पुकार रही थी। जब स्थिति गंभीर हुई तो मोहल्ले वालों ने पुलिस को फोन किया।

एक पड़ोसी ने बताया कि बेटा जब भी आता था, लोगों से बदतमीजी करता था और गालियां देता था। वह जानबूझकर पीने का पानी तक गिरा देता था ताकि मां को प्यास से तड़पना पड़े। एक दिन बारिश और एक दिन तेज धूप में महिला गेट के पास पड़ी रही, लेकिन कोई उसे देखने तक नहीं आया।

पुलिस का बयान

इस संबंध में थाना तितरम के एसएचओ कृष्ण कुमार ने बताया, “सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। गेट पर ताला लगा हुआ था और महिला जमीन पर पड़ी थी। गेट का ताला तोड़कर उसे बाहर निकाला गया और एंबुलेंस में अस्पताल भिजवाया गया। परिजनों को मौके पर बुलाकर समझाया गया है। महिला की शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”

समाज में सवाल: जब बेटा ही बन जाए हैवान

इस घटना ने पूरे मोहल्ले को हिलाकर रख दिया है। हर कोई हैरान है कि एक बेटा अपनी बीमार और दिव्यांग मां के साथ इतना अमानवीय व्यवहार कैसे कर सकता है। मोहल्ले में गुस्से का माहौल है और लोग मांग कर रहे हैं कि प्रशासन इस पर सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में किसी भी मां को ऐसी पीड़ा न सहनी पड़े।