पानीपत : शादी हर आदमी की जिंदगी का सबसे अहम हिस्सा होता, लेकिन पानीपत में एक ऐसी शादी हुई कि 4 माह के अंदर ही सब कुछ खत्म हो गया।इस शादी में ना शादी का उत्साह दिखा, ना शादी के बाद हनीमून मना। ना दुल्हन ने शादी के बाद ससुराल में रहना मुनासिफ समझा और पति को लेकर मायके चले जाना। शादी के तीसरे दिन ही बैंक की नौकरी पर चले जाना, ये शादी कुछ संदिग्ध लगती है और लगे भी क्यों ना क्योंकि शादी के चार माह बाद अचानक पति का शव रेलवे ट्रैक पर मिलता है। पत्नी रेलवे ट्रैक पर रोती बिलखती दिखाई देती है और पति की मौत की सूचना भी खुद ही अपने ससुराल और मायके में देती है। जैसे ही पुरुषोत्तम की मौत की सूचना मां को मिलती है। मां रोती बिलखती रेलवे ट्रैक पर पहुंचती है और रेलवे ट्रैक पर पड़े बेटे के शव को देखते ही मां को संदेह होता है कि बेटे की मौत नहीं हत्या हुई है और हुआ भी ऐसा ही…पुरुषोत्तम के परिजनों ने पत्नी पर हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंकने के आरोप लगाए हैं।
4 महीने पहले हुई थी शादी
परिजनों ने बताया कि उनके बेटे पुरूषोतम की शादी 4 महीने पहले राजनगर की रहने वाली रूबी के साथ काबड़ी में हुई थी। शादी के 10 दिन बाद ही वह अपने पति पुरुषोत्तम को मायके राजनगर ले कर चली गई। रूबी उनके बेटे से भी बात नहीं करने देती थी। एक प्राइवेट बैंक में काम करती थी और शादी के तीन दिन बाद ही वह जॉब पर चली गई। परिजनों का आरोप है कि महिला ने उनके बेटे की हत्या करके शव रेलवे ट्रैक पर डाला और सुबह उनके पास फोन किया कि उनके बेटे की मौत हो गई है। इसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए पानीपत के सिविल अस्पताल में रखवाया। पति की मौत के बाद भी पत्नी सिविल अस्पताल में नहीं पहुंची। इस पर परिजनों का आरोप है कि उनके बेटे की हत्या उसकी पत्नी द्वारा की गई है उन्होंने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
घर में भूत होने बात बोलकर चली गई थी मायके
प्राप्त जानकारी के अनुसार रूबी और पुरुषोत्तम पिछले 2 साल से रिलेशनशिप में थे जिसके चलते इन दोनों की चार माह पहले शादी कर दी गई थी। तीसरे दिन ही ड्यूटी पर चली गई और शादी के बाद ससुराल में गई तो घर में भूत बताने लगी और बहाने करके अपने मायके चली गई। पति को भी मायके ले गई।