जींद : भारतीय राष्ट्रीय लोकदल (इनेलो) की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश संयोजक सुनैना चौटाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जननायक जनता पार्टी (जजपा) और अन्य राजनीतिक दलों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने इनेलो और जजपा के एकीकरण के सवाल पर कहा कि जब तक चौधरी ओम प्रकाश चौटाला जीवित थे, अगर उनके पोते (जजपा नेता) उनके पास लौट आते, तो इसमें कोई बुराई नहीं थी। हालांकि, जजपा नेताओं ने यह कहकर अहंकार दिखाया कि चौधरी ओम प्रकाश चौटाला को ही जजपा में शामिल होना चाहिए।
सुनैना चौटाला ने जजपा पर झूठी राजनीति करने और अहंकारी रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जो लोग इनेलो के अस्तित्व पर सवाल उठाते थे, उन्हें हरियाणा की जनता ने उनकी असलियत बता दी। जजपा, जिसे 2019 में जनता ने 10 विधानसभा सीटें दी थीं, 2024 के चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई। उन्होंने गोपाल कांडा पर भी निशाना साधा और उन्हें “सस्ती राजनीति” करने वाला नेता करार दिया। सुनैना ने सवाल उठाया कि अगर गोपाल कांडा में रानियां सीट जिताने की क्षमता थी, तो वे सिरसा से अपनी सीट क्यों हार गए? उन्होंने यह भी बताया कि इनेलो ने सिरसा से नामांकन ही नहीं भरा था, फिर भी गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा रानियां से हार गए।
कांग्रेस और भाजपा पर लगाए आरोप
कांग्रेस और भाजपा पर भी सुनैना चौटाला ने “फ्रेंडली मैच” खेलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भाजपा की सत्ता में मौजूदगी के पीछे कांग्रेस की भूमिका है। उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर विधानसभा में केवल “शायरी और ड्रामा” करने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस कभी अपना नेता प्रतिपक्ष नहीं चुनेगी। सतलुज-यमुना लिंक (SYL) नहर के मुद्दे पर सुनैना चौटाला ने कहा कि इस मामले में केवल इनेलो ने मजबूत रुख अपनाया और सड़कों पर संघर्ष किया। उन्होंने दावा किया कि अगर कोई हरियाणा में SYL का पानी ला सकता है, तो वह इनेलो ही है।