यमुनानगर : यमुनानगर के कलेसर के जंगलों में हो रही लगातार खैर की लकड़ी की कटाई के दौरान कई बार तस्कर वन विभाग के कर्मचारियों पर फायरिंग तक कर चुके हैं और ऐसे में खैर माफिया लगातार जंगल से खैर के पेड़ काट रहे हैं। जंगल की लक्कड़ कट कर कहां जा रही थी इसको लेकर अब वन विभाग तस्करों पर निगाहें जमा बैठे है।
20 लाख रुपए की खैर की लकड़ी बरामद
गुप्त सूचना के आधार पर वन विभाग की टीम जगाधरी के एक खंडहर मकान पर पहुंची। यहां तस्करों ने खैर की कटाई कर लक्कड़ एकत्रित की हुई थी। हालांकि एक ट्रक खैर की लक्कड़ से भरा हुआ था, जैसे ही वन विभाग और पुलिस की टीम ने इस मकान पर रेड की, तभी तस्कर वहां से भाग निकले। तस्करों की तीन बाइक और तीन मोबाइल जांच के दौरान पुलिस के हाथ लग गए। पकड़ी गई खैर 70 से 80 क्विंटल के करीब बताई जा रही है, जिसकी कीमत लगभग 20 लाख रुपए लगाई जा रही है, लेकिन खैर की तस्करी करने वाले तस्कर कौन थे इसके बारे में अभी कुछ पता नहीं चल पाया है। जो फोन बरामद हुए हैं उनके आधार पर पुलिस जल्द ही तस्करों तक पहुंचने की बात कह रही है।
बड़ी बात तो यह है कि यमुनानगर के इस कलेसर के जंगलों में लगातार खैर की कटाई होती जा रही थी, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में खैर के कटे हुए पेड़ बरामद नहीं हुए, जिस प्रकार की लक्कड़ यहां से बरामद हुई है। उससे यह तो प्रतीत हो रहा कि यहां पर उत्तर प्रदेश और हिमाचल से भी खैर लाकर एकत्रित की जाती रही होगी। यहां से तस्कर इस खैर की लक्कड़ को कहां भेजते थे अब पुलिस उस बात का पता लगाने का भी प्रयास कर रही है। फिलहाल पकड़े गए खैर के आधार पर पुलिस जल्द ही तस्करों तक पहुंचने की बात कह रही है।