गुरुग्राम में अब पोस्टमैन के आने पर बताना पड़ेगा OTP, डाक विभाग शुरू करने जा रहा है नई व्यवस्था

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गुरुग्राम। डाक विभाग बदलते परिवेश में खुद को हाईटेक करने में जुटा हुआ है, इसलिए नई तकनीक से जुड़ने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। इसी कड़ी में अब डाकिये कागज पर हस्ताक्षर नहीं बल्कि मोबाइल से ओटीपी मांगेगे।

डाक की लोकेशन भी ट्रैक होती रहेगी। बीते दिनों गुरुग्राम मंडल के प्रधान डाकघर के अलावा सभी डाक घरों के सिस्टम को अपडेट किया गया है। इससे काम में तेजी आने का दावा किया जा रहा है। साथ ही आए दिन काम में आने वाली परेशानियों पर भी विराम लगेगा।

डाक विभाग ने काम में तेजी लाने के लिए 5जी तकनीकी से युक्त नया साफ्टवेयर एटीपी आईटी टू पाइंट शून्य से पुराने साॅफ्टवेयर को अपडेट कर दिया है। बीती 2 अगस्त को गुरुग्राम मंडल के सभी डाकघरों को नया साॅफ्टवेयर एडवांस पोस्टल टेक्नोलाॅजी यानी एटीपी आईटी टू पाइंट शून्य से अपडेट किया गया है।

इस सिस्टम के अपडेट होने के बाद से मोबाइल ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आधारित डिलीवरी व्यवस्था शुरू हो गई है। इससे डाकियों को डाक बांटने में आसानी होगी। इसके अलावा ग्राहक को डाक की लोकेशन मैसेज माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी।

गुरुग्राम मंडल के अधीक्षक मुख्यालय गुलशन कुमार के मुताबिक पहले केवल हस्ताक्षर के आधार पर डिलीवरी होती थी, जिसमें कई बार शिकायतें आती थीं। अब नए साफ्टवेयर पर काम शुरू किया गया है।

इसके तहत अब रजिस्ट्री, स्पीड पोस्ट और पार्सल की डिलीवरी के लिए ग्राहक को मोबाइल पर ओटीपी मिलेगा। दरवाजे पर पोस्टमैन को सही ओटीपी बताने पर ही डाक सौंपी जाएगी।

इसके लिए ग्राहकों को पोस्ट करते समय डाक लेने वाले का मोबाइल नंबर दर्ज कराना होगा। डाक देने के पहले संबंधित पते पर पहुंचकर डाकिया ओटीपी मांगेंगे। इसके बाद ही संबंधित को डाक सौपेंगे। इससे डाक सुरक्षित तरीके से संबंधित ग्राहक के पास पहुंचेगी।

अब नकद भुगतान के झंझट से मिलेगी मुक्ति

ग्राहकों की सुविधा और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए विभाग ने यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) आधारित डिजिटल भुगतान की भी सुविधा भी शुरू कर दी है। अब ग्राहक क्यूआर कोड स्कैन करके भुगतान कर सकेंगे, जिससे नकद देने का झंझट समाप्त हो गया है। इसकी सुविधा जल्द ही मिलेगी।

डाक संबंधी कार्यों में तेजी लाने के लिए नए साॅफ्टवेयर आईटी 2.0 से अपडेट किया गया है। अब ग्राहकों को ओटीपी के माध्यम से डाक प्रदान की जाएगी। इससे डिलीवरी की प्रमाणिकता बढ़ेगी और पार्सल गलत हाथों में जाने की संभावना खत्म होगी।