लालच की हदें पार! डिपो होल्डरों से मांगी 7100 रूपए मंथली, ऐेसे किए गए इंस्पेक्टर व डिपो प्रधान गिरफ्तार

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यमुनानगर : सरकारी दफ्तर में बैठकर मोटी सैलरी लेने के बावजूद भी अधिकारी बिना पैसे के तो काम करने को तैयार नहीं होते लेकिन कुछ ऐसे भी है जो खुद तो सैलरी लेते हैं लेकिन दूसरे की मेहनत पर भी डाका डालने से गुरेज नहीं करते ऐसे ही यमुनानगर के खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर में एक मीटिंग कर जिले के सभी डिपो होल्डर से 7100 रुपए मंथली और ₹500 15 अगस्त को के लड्डुओं के मांगे थे।
आरोप है कि एएफएसओ और इंस्पेक्टर के नेतृत्व में मीटिंग हुई थी और इस मीटिंग में सभी डिपो होल्डर को एकत्रित कर मंथली तय की गई थी जिसमें एक क्विंटल गेहूं के पीछे ₹10 की कमीशन भी तय की गई थी और खर्चे अलग कुल मिलाकर 7100 डिपू संचालकों से मांगे गए थे और पैसे एकत्रित करने का जिम्मा डिपो प्रधान गुलाब सिंह को सौपा था ।

हालांकि इस मामले में ज्यादातर डिपो होल्डरों ने अपने हिस्से के पैसे विभाग तक पहुंचा दिए थे लेकिन इस मामले में बिलासपुर के एक डिपो होल्डर नितिन ने इसकी शिकायत डीएफएससी से की,  तो वहां से शिकायतकर्ता को जलील होकर वापस लौटना पड़ा।  हालांकि शिकायत करता ने उसे मीटिंग को अपने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया था और इस रिकॉर्डिंग को लेकर शिकायतकर्ता नितिन विजिलेंस कार्यालय में पहुंच गया

नितिन द्वारा इंस्पेक्टर को पैसे ना देने पर उसको डिपो सस्पेंड करने की धमकी इंस्पेक्टर द्वारा दी गई थी । इस पूरे मामले में  विजीलेंस ने एक टीम तैयार कर पूरा जाल बिशा दिया जैसे ही 7100 लेने के लिए इंस्पेक्टर राजेश यादव और गुलाब सिंह मौके पर पहुंचे तो   विजिलेंस ने गुलाब सिंह को तो दबोच लिया लेकिन मौके से खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर राजेश यादव मौके से फरार हो गया। फिलहाल विजिलेंस की टीम ने गुलाब सिंह से 7100 बरामद कर उसे गिरफ्तार कर लिया जबकि विजिलेंस का कहना है कि जल्द ही राजेश यादव को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा हालांकि इस पूरे मामले में कौन-कौन अधिकारी लिप्त है जांच के दौरान जो भी सामने आएगा उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।