चंडीगढ़ : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की हरियाणा शाखा ने 19 दिन बाद आयुष्मान योजना के तहत लाभार्थियों का इलाज नहीं करने के अपने फैसले को वापस ले लिया है। हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी के साथ हुई बैठक के बाद आइएमए ने दोबारा से इलाज आरंभ करने की घोषणा की है। ढाई घंटे चली बैठक में तय हुआ कि कोई भी भुगतान एक महीने से ज्यादा लंबित नहीं रहेगा।
यदि एक माह से ज्यादा देरी हुई तो सरकार निजी अस्पतालों को बकाया राशि का ब्याज देगी। निजी अस्पतालों के मुद्दों को सुलझाने के लिए आइएमए के सदस्यों को सरकार के स्वास्थ्य विभाग की कमेटियों में शामिल किया जाएगा। इनिजी अस्पतालों ने सोमवार रात से आयुष्मान के लाभार्थियों का इलाज शुरू कर दिया है।
आइएमए हरियाणा की दूसरी बड़ी मांग यह थी कि भुगतान में देरी होने पर उस पर ब्याज दिया जाए। यह मांग भी मुख्य सचिव ने मान ली है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन कितना ब्याज दिया जाए, इसे जल्दी ही तय कर लिया जाएगा। राष्ट्रीय स्तर पर 0.1 फीसदी प्रतिदिन के हिसाब से ब्याज दिया जाता है, जो करीब पूरे महीने का तीन फीसदी बनता है। निजी अस्पतालों की कुछ और मांगे थीं, जिसे पूरा करने के लिए सरकार की कमेटियों में आइएमए के सदस्यों को शामिल किया जाएगा।