गुड़गांव : गंदगी को लेकर विदेशों में हुई किरकिरी के बाद जिला प्रशासन गुड़गांव की साख सुधारने में जुटे हैं। साख ठीक करने के लिए अधिकारी शहर में स्वच्छता ड्राइव तो चला रहे हैं, लेकिन यह ड्राइव केवल उन्हीं इलाकों में ही चलाए जा रहे हैं जो इलाके या ताे वीआईपी हैं या जिन एरिया में प्रशासनिक अधिकारी रहते हैं। स्वच्छता ड्राइव चलाने के लिए अधिकारियों को शहर की कॉलोनियों या अन्य सड़कों पर लगे गंदगी के ढेर दिखाई ही नहीं दे रहे हैं।
हालांकि यह गंदगी के ढेर उन विदेशी नागरिकों को जरूर दिखाई दिए जो गुड़गांव की एमएनसी में काम कर रहे हैं। इन विदेशी नागरिकों ने एक ग्रुप बनाकर शहर की स्वच्छता को अपनी जिम्मेदारी समझा और इन गंदगी भरे क्षेत्रों में सफाई अभियान चलाया, लेकिन जिले के अधिकारी केवल उन्हीं इलाकों को सफाई के लिए चुन रहे हैं जो वीआईपी एरिया में आते हैं और जहां हर वक्त सफाई रहती है। अधिकारी यहां कूड़ा हटाने का दिखावा करते हुए फोटो खिंचवाकर साइड हो रहे हैं।
ऐसा ही नजारा आज सिविल लाइन एरिया में देखने को मिला। यहां जिला परिषद के सीईओ द्वारा विशेष अभियान चलाया गया और सफाई की गई। आपको बता दें कि जिस स्थान पर यह अभियान चलाया गया वहां कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह सहित जिला उपायुक्त अजय यादव व अन्य आला अधिकारियों के निवास हैं। हैरत की बात यह है कि इसी स्थान पर ही जिला परिषद का भी कार्यालय है। ऐसे में यह अभियान महज दिखावा ही रहा है।
नगर निगम अधिकारियों की मानें तो अभियान के तहत सड़कों और आसपास के क्षेत्रों की गहन सफाई की गई। इसमें कचरे, मलबे, पॉलिथीन और सीएंडडी वेस्ट (निर्माण एवं ध्वस्तीकरण कचरा) को उठाया गया। इसके अलावा दीवारों, खंभों और पेड़ों पर अवैध रूप से लगाए गए बैनर, होर्डिंग और पंपलेट भी हटाए गए। स्वच्छता अभियान को हरित गुरुग्राम और पर्यावरण संरक्षण से जोड़ते हुए पौधारोपण भी किया गया। इस अवसर पर प्रतिभागियों ने नागरिकों से अपील की कि वे सफाई व्यवस्था में सहयोग करें और शहर को स्वच्छ एवं हरा-भरा बनाने में अपनी भूमिका निभाएं।
यहां चलाए गए अभियान में निगम पार्षद आशीष गुप्ता व पवन सैनी, बीडीपीओ सचेत मित्तल सहित नगर निगम गुरुग्राम, शीतला माता पूजा स्थल बोर्ड, जिला परिषद और बीडीपीओ कार्यालय का स्टाफ भी सक्रिय रूप से शामिल रहा।