चंडीगढ़ : मैं तुम्हारा कस्टोडियन हूं, आई विल टेक केयर।आप मुझे कस्टोडियन मानते हैं तो फिर मुझ पर विश्वास रखें। मानसून सत्र के अंतिम दिन विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने सदन सदस्यों से जब ये बात कही तो वे अपनी-अपनी जगह पर बैठ गए। उन्होंने सभी सदस्यों से आह्वाहन किया कि सदन में कोई भी सदस्य ऐसी बात ना कहें, जिससे सदन की गरिमा को ठेस पहुंचे। सदन में पक्ष-विपक्ष की अपनी -अपनी भूमिका होती है। सभी महान सदन के सदस्य हैं इसलिए सदन की गरिमा को बनाए रखने का दायित्व हम सभी का है क्योंकि सदन सभी सदस्यों से बड़ा है ।
विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण के इस गरिमामय संदेश का असर इतना गहरा हुआ कि सभी सदस्य ना केवल अपनी अपनी सीट पर बैठे बल्कि उन्होंने अध्यक्ष का सहयोग देने के लिए आभार सूचक सहमति दिखाई । अध्यक्ष ने समय समय पर सदस्यों को बेहतर तरीके से संभाला, पक्ष विपक्ष की पूरी बात सुनीं। सत्र के दौरान सदन ने प्रदेश की जनता के हितों से जुडे मुद़दों पर विस्तृत चर्चा की और कई नीतिगत निर्णयों का मार्ग भी प्रशस्त किया।
मुख्यमंत्री ने की विधानसभा अध्यक्ष की मुक्तकंठ से तारीफ
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने सदन की कार्यवाही के दौरान उनकी कई बार तारीफ की। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने जिस तरह से सदन की कार्यवाही को धैर्यपूर्वक व कुशलता पूर्वक संचालित किया है वह काबिलेतारीफ है। मुख्यमंत्री ने विस अध्यक्ष की सराहना करते हुए कहा कि सदन की कार्यवाही के दौरान ना तो किसी सदस्य को उन्होंने नेम किया और ना ही किसी को सदन की कार्यवाही से बाहर जाने के लिए कहा।