पेहवा में BDPO और ग्राम सचिव के बीच रिश्वत के आरोपों का विवाद, बीडीपीओ ने ठहराया झूठा

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जींद : हरियाणा के पेहवा ब्लॉक में ब्लॉक डेवलपमेंट एंड पंचायत ऑफिसर (बीडीपीओ) भजनलाल शर्मा और ग्राम सचिव विशाल के बीच रिश्वत के गंभीर आरोपों को लेकर विवाद सामने आया है। कुछ दिन पहले जींद की जाट धर्मशाला में आयोजित ग्राम सचिव टू वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक में विशाल ने बीडीपीओ भजनलाल शर्मा पर 25 लाख रुपये के विकास कार्यों के लिए 2 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का सनसनीखेज आरोप लगाया था।

बीडीपीओ भजनलाल शर्मा ने इन आरोपों को पूरी तरह से निराधार और झूठा बताया है। उन्होंने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि विशाल ने बिना उनकी अनुमति के जींद में हुई ग्राम सचिवों की बैठक में भाग लिया, जो नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ग्राम सचिव को बिना अनुमति के अपना कार्यस्थल छोड़ने की इजाजत नहीं है।बीडीपीओ ने बताया कि 7 अगस्त को पेहवा में उनके कार्यालय में हुई एक बैठक में एक पंचायत समिति सदस्य ने विशाल पर पैसे लेकर मकान पास करने का आरोप लगाया था। जब विशाल से इस बारे में पूछताछ की गई, तो उसने इनकार कर दिया। उसी बैठक में विशाल ने बीडीपीओ के डेटा ऑपरेटर को गाली दी और उसे जान से मारने की धमकी दी, जिसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई गई है।

भजनलाल शर्मा ने दावा किया कि इन घटनाओं से नाराज होकर विशाल ने जींद के सम्मेलन में अन्य ग्राम सचिवों को गुमराह कर उनके खिलाफ झूठे रिश्वत के आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “विशाल मुझ पर दबाव बना रहा था कि मैं उसका समझौता करवाऊं, वरना वह मुझ पर झूठे आरोप लगाएगा। उसने वही किया।” बीडीपीओ ने जोर देकर कहा कि उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है और अगर विशाल के आरोप सच्चे होते, तो पेहवा ब्लॉक के अन्य ग्राम सचिव उसके समर्थन में आते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बीडीपीओ भजनलाल शर्मा ने अपने बयान में कहा, “मैं अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करता हूं। यह विवाद मेरे और डेटा ऑपरेटर के बीच था, लेकिन विशाल ने मुझ पर गलत इल्जाम लगाए।