यमुनानगर : यमुनानगर जिले में लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं। हथिनीकुंड बैराज से तीन लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण आसपास के गांवों और खेतों में पानी भर गया है। हालात गंभीर होने के बावजूद कुछ लोग अपनी जान जोखिम में डालकर तेज बहाव में उतर रहे हैं।
दरअसल, यमुना नदी पहाड़ी और जंगली क्षेत्रों से होकर गुजरती है और अपने साथ पेड़ व लकड़ियां बहाकर लाती है। इन्हीं लकड़ियों को निकालना कुछ लोगों के लिए आजीविका का साधन बन गया है। तेज धारा के बीच लकड़ी निकालने की कोशिशें खतरनाक साबित हो सकती हैं, लेकिन चेतावनी के बावजूद लोग ऐसा कर रहे हैं।
ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी- ADC
सिंचाई विभाग ने साफ निर्देश दिए हैं कि जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और लोगों को नदी से दूर रहना चाहिए। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की लापरवाही कभी भी गंभीर हादसे का कारण बन सकती है। आज बाढ़ का दौरा करने पहुंचे अतिरिक्त उपायुक्त नवीन आहूजा ने कहा कि जो लोग चलते पानी से लकडिया या कोई और सामान निकालने के लिए पानी में जाते हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वह अपने बच्चों को यमुना के आसपास ना जाने दे, ताकि कोई बड़ा हादसा ना हो जाए।

















