गुड़गांव : सोमवार को हुई अत्याधिक बारिश के बाद गांव कादरपुर में टूटे बांध की आज ग्रामीणों ने अपने स्तर पर मरम्मत करा ली। जब 18 घंटे तक प्रशासन मौके पर नहीं आया तो ग्रामीणों ने आज सुबह जेसीबी की मदद से बांध की मरम्मत का कार्य शुरू कराया। मिट्टी डालकर बांध से गांव की तरफ जा रहे पानी को रोका गया। वहीं, जब ग्रामीणों द्वारा कार्य पूरा करा लिया गया तो नगर निगम की तरफ से दो जेसीबी भेजकर खानापूर्ति कर ली गई। वहीं, बांध की मरम्मत का कार्य पूरा होने के बाद एसडीएम भी अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को आश्वस्त करने लगे कि हालात पूरी तरह से नियंत्रण में है। ग्रामीणों सुशांत दायमा, अजीत सहित अन्य की मानें तो 18 घंटे तक तो प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। जब ग्रामीणों ने अपने स्तर पर बांध की मरम्मत करा ली तो प्रशासनिक अधिकारी वाहवाही लूटने के लिए गांव में आ गए।
उन्होंने कहा कि जब पिछले छह माह से वह नगर निगम अधिकारियों को इस बांध की सुध लेने के लिए आग्रह करते आ रहे थे तो कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं आया। सोमवार दोपहर बाद जब यह बांध टूटा तो यहां पांच फीट से उपर पानी बह रहा था। पानी के इस तेज बहाव में एक दर्जन से ज्यादा लोग बह गए थे। गनीमत यह रही कि ग्रामीणों की सतर्कता और सूझबूझ के चलते पानी में बहे लोगों को कुछ ही दूरी पर बचा लिया गया। वहीं, मामला मीडिया तक पहुंचा और ग्रामीणों ने प्रशासन की नाकामी को उजागर करते हुए टूटे बांध की मरम्मत करा ली तो अधिकारी मौके पर वाहवाही लूटने पहुंच गए। उन्होंने कहा कि पिछले छह महीने से ग्रामीणों ने बांध पर हुए अवैध कब्जों और कचरे से बांध का भराव करने की शिकायत नगर निगम अधिकारियों को दी थी तो इस पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। उस वक्त तो अधिकारी केवल कागजों में ही कार्रवाई करते दिखाई दिए। अब तक प्रशासन की किरकिरी होने लगी तो खानापूर्ति के लिए अधिकारी गांव में आ गए और लोगों को आश्वासन देने लगे।
वहीं, मौके पर पहुंचे एसडीएम संजीव सिंगला और परमजीत चहल ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अरावली से रिहायशी क्षेत्रों में आ रहे बरसाती पानी को जल्द से जल्द नियंत्रित किया जाए और प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों में तेजी लाई जाए। एसडीएम संजीव सिंगला ने कहा कि प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना है। उन्होंने तैनात टीमों को जलभराव की समस्या से निपटने के लिए अतिरिक्त संसाधन लगाने और किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरतने के निर्देश दिए।
इसी बीच एसडीएम गुरुग्राम परमजीत चहल ने भी शहर के इलाकों का दौरा किया और जल निकासी व राहत कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने सेक्टर-37, माता रोड तथा पुलिस लाइन क्षेत्र में पहुंचकर हालात का निरीक्षण किया और आमजन को आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन हर संभव सहयोग और मदद के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा हालात पर पैनी नजर रखी जा रही है और भविष्य में इस प्रकार की स्थिति से बचाव के लिए स्थायी समाधान की दिशा में कार्य किया जाएगा।