नूंह में यूथ कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियन शाह हुसैन का भव्य स्वागत, देश के लिए ओलंपिक में गोल्ड जीतने का सपना

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नूंहः अहमदाबाद में 24 से 30 अगस्त तक आयोजित यूथ कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप संपन्न हुआ. इसमें नूंह जिले के युवा वेटलिफ्टर शाह हुसैन ने गुजरात के में 88 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर न केवल नूंह, हरियाणा का भी नाम रोशन किया है. गुरुवार को शाह के नूंह आगमन पर तावडू, रायपुर, रोजका मेव सहित करीब एक दर्जन गांवों में भव्य स्वागत किया गया.

नोटों की मालाओं से स्वागत

 इस दौरान स्थानीय लोगों ने शाह हुसैन को फूलों की मालाएं, नोटों की मालाएं और पगड़ी बांधकर सम्मानित किया. जिले के लोगों ने उनकी इस उपलब्धि को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि शाह हुसैन ने “मेवात की मिट्टी को गौरव प्रदान किया है और अब उनसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का नाम ऊंचा करने की उम्मीद है. तावड़ू में स्वागत समारोह में दिल्ली जीआरसी कंपनी के संचालक साजिद, फारूक, ब्लॉक समिति चेयरमैन हसन मोहम्मद, स्थानीय निवासी मोहम्मद शकील, पूर्व सरपंच सदीक, सरपंच यामीन, एसडीएम सुपरिंटेंडेंट अख्तर हुसैन, तौफीक, हाजी शहीद, डॉ. उम्मर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण, युवा और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे. सभी ने एक स्वर में शाह हुसैन की मेहनत और प्रतिभा की सराहना की.

39 देशों के दिग्गज वेटलिफ्टर्स के साथ था मुकाबला

शाह हुसैन ने अपनी जीत का श्रेय अपने कोच मोहम्मद आबिद, पिता शाहनवाज हुसैन और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया, लखनऊ को दिया. उन्होंने बताया कि “चैंपियनशिप में 39 देशों के दिग्गज वेटलिफ्टर्स उनके सामने थे, लेकिन कोच के मार्गदर्शन, परिवार के समर्थन और जिले के लोगों के आशीर्वाद से उन्होंने प्रतियोगिता में 115 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 152 किलोग्राम, कुल 267 किलोग्राम वजन उठाकर कनाडा के वेटलिफ्टर को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया.”

खेल नर्सरी से 50 से ज्यादा खिलाड़ी जीत चुके हैं पदक

उन्होंने बताया कि “सपना है कि ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करूं और स्वर्ण पदक जीतकर तिरंगे को सबसे ऊंचा लहराऊ.” जबकि शाह हुसैन के पिता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि “हर पिता की ख्वाहिश होती है कि उसका बेटा उसका नाम रोशन करे.”उन्होंने कोच मोहम्मद आबिद की प्रशंसा करते हुए कहा कि “उनकी मेहनत और समर्पण ने नूंह जिले में एक खेल नर्सरी तैयार की है, जहां से 50 से अधिक बच्चे राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत चुके हैं.” उन्होंने कहा, “शाह हुसैन की यह जीत पूरे मेवात, हरियाणा और देशवासियों की जीत है. हमारी तमन्ना है कि वह ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम और ऊंचा करें.”

खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण के लिए चुना गया

बता दें कि शाह हुसैन की यात्रा प्रेरणादायक है. मात्र 13 वर्ष की उम्र में उन्होंने वेटलिफ्टिंग शुरू की थी. उनकी प्रतिभा को देखते हुए डेढ़ साल पहले स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने उन्हें खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत चुना और लखनऊ में प्रशिक्षण के लिए भेजा. वहां उन्हें विश्वस्तरीय सुविधाएं और प्रशिक्षण मिला, जिसके परिणाम स्वरूप उन्होंने यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की.” शाह हुसैन ने कहा कि “कोच आबिद ने उन्हें शुरुआत में लकड़ी पकड़कर वजन उठाना सिखाया, जिसने उनकी नींव मजबूत की.”