कुरुक्षेत्र: पूरे हरियाणा में बाढ़ जैसे हालात हैं. प्रदेश के अधिकतर जिलों में लोगों को जलजमाव के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सभी नदियां उफान पर है. वहीं, कुरुक्षेत्र के पिहोवा क्षेत्र के नैसी गांव में मारकंडा नदी ने तबाही मचा रखी है. नैसी गांव सहित कई गांवों में मारकंडा नदी का पानी भर चुका है. लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
“दूर से देख कर चले जा रहे प्रशासन के लोग”
दलविंदर सिंह का आरोप है कि प्रशासन सिर्फ दूर से खड़ा तमाशा देख रहा है और अब तक राहत का कोई कार्य शुरू नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि, “पानी में लगातार रहने से हाथ-पैरों में एलर्जी हो रही हैं. बीमारियां फैलने का खतरा मंडरा रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी कोई टीम गांव नहीं पहुंची. हम कई दिनों से मदद की आस लगाए बैठे हैं, लेकिन प्रशासन और सरकार की ओर से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.”
किसानों को मिलने वाले मुआवजे पर सवाल
आगे दलविंदर ने कहा कि, “सरकार मुआवजे की बात कहती है. अगर सरकार नदियों के तटबंध को मजबूत कर दे तो उनको मुआवजा देने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और ना ही किसानों को मुआवजे की जरूरत है.सरकार के द्वारा इतना मुआवजा दिया जाता है जिससे फसल पर आई हुई लागत भी पूरी नहीं होती. ऐसे में किसान बर्बाद हो रहे हैं. यहां पर करीब 20 से 30 गांव के हजारों एकड़ फसल बर्बाद होने की कगार पर है.”
घरों में घुसा पानी
वहीं, एक अन्य ग्रामीण ने कहा कि, “यहां पर दो स्थानों पर मारकंडा नदी का तटबंध टूटा है, जिससे करीब 20 से 30 गांव प्रभावित हो गए हैं. हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गए हैं. फसलों के साथ-साथ ग्रामीणों को जीवन यापन करना भी मुश्किल हो रहा है.कुछ स्थान तो ऐसे हैं, जहां पर घरों के अंदर पानी चला गया है. शाहाबाद और पेहवा क्षेत्र मारकंडा की वजह से बदहाली के आंसू रो रहा है.”