भिवानी : शिक्षा बोर्ड ने अब बोर्ड परीक्षाओं के आवेदन पत्र में अपार आईडी दर्ज कराना अनिवार्य कर दिया है। वन नेशन-वन स्टूडेंट मिशन के तहत अब वही विद्यार्थी परीक्षा परिणाम के पात्र होंगे जिनकी अपार आईडी आवेदन में दर्ज होगी। बोर्ड ने सभी राजकीय और मान्यता प्राप्त गैर सरकारी स्कूलों को निर्देश जारी किए हैं।
सरकार ने विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों का रिकॉर्ड सुरक्षित रखने के लिए अपार आईडी (स्वचालित स्थायी शैक्षणिक अभिलेख पहचान संख्या) की व्यवस्था की है। इसके लिए प्रत्येक विद्यार्थी को एक यूनिक नंबर जारी किया जा रहा है। आवेदन पत्र में अपार आईडी दर्ज न कराने वाले विद्यार्थियों के सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी कक्षाओं के परीक्षा परिणाम जारी नहीं किए जाएंगे।
सीबीएसई लगातार पढ़ाई के तरीकों, किताबों, पाठ्यक्रमों के नियमों में बदलाव कर रहा है और इसी संदर्भ में अब CBSE ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्रों के लिए APPAR ID अनिवार्य कर दी है। अब बिना अपाक आईडी के किसी भी छात्र को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके साथ ही छात्र कक्षा 9वीं और 11वीं के लिए पंजीकरण भी नहीं करवा पाएंगे। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के पास कम से कम 70 प्रतिशत अटेंडेंस होना अनिवार्य है अन्यथा आपको परीक्षा में बैठने की इजाजत नहीं मिलेगी। बता दें कि अगर कोई स्कूल इन नियमों का उल्लंघन करता है, तो मान्यता रद्द कर दी जाएगी।
वहीं, अगर कोई मान्यता प्राप्त विद्यालय इन नियमों का उल्लंघन करता पाया जाता है, तो तुरंत उनकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी। खास परिस्थितियों में ही उपस्थिति में 25 प्रतिशत तक की छूट का प्रावधान रखा गया है। इसके लिए भी छात्रों को संतोषजनक कारण के साथ अपने स्कूलों में डॉक्यूमेंट जमा करने होंगे। बोर्ड के अधिकारियों के निरीक्षण में छात्र का उपस्थिति डिटेल्स अगर सही नहीं मिलती है उसे डमी माना जाएगा। इस आधार पर भी उसे परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा।