चंडीगढ़: हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजेश नागर ने आज चंडीगढ़ में विभागीय अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की. बैठक में FCI, फूड सप्लाई, वेयरहाउसिंग और हैफेड के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी धान खरीद सीजन की तैयारियों की समीक्षा और उससे जुड़ी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना रहा.
धान खरीद को लेकर मंथन
बैठक के बाद मंत्री राजेश नागर मीडिया से मुखातिब हुए. मंत्री राजेश नागर ने कहा, “इस बार धान की खरीद प्रक्रिया 30 सितंबर से शुरू करने की योजना है. हालांकि कुछ किसानों ने इसे 15 सितंबर से शुरू करने की मांग भी रखी है. इस पर विचार करने के लिए मुख्यमंत्री से बैठक की जाएगी और अंतिम फैसला लिया जाएगा. हमारा लक्ष्य है कि किसानों को धान बेचने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो.चाहे वह लिफ्टिंग की प्रक्रिया हो या भुगतान की व्यवस्था, हर स्तर पर पारदर्शिता और सुचारू प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा.”
मंडियों की व्यवस्था को लेकर चर्चा
खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजेश नागर ने आगे बताया कि, “बैठक में यह भी तय किया गया कि धान खरीद से पहले मंडियों की साफ-सफाई, ट्रैफिक व्यवस्था और किसानों के लिए मूलभूत सुविधाओं को बेहतर किया जाएगा. मंडियों में अनावश्यक भीड़ और अव्यवस्था न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
डिपो सप्लाई व्यवस्था में होगा सुधार
बैठक के दौरान डिपो होल्डर्स से जुड़ी सप्लाई व्यवस्था पर भी बड़ा निर्णय लिया गया. इस बारे में मंत्री राजेश नागर ने बताया कि, “अब यदि किसी डिपो की सप्लाई सस्पेंड या बंद की जाती है, तो उसकी सप्लाई नजदीकी डिपो को ही दी जाएगी, ताकि उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो. पहले ऐसी स्थिति में दूर के डिपो को सप्लाई दी जाती थी, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था.”
“सरकार चाहती है उपभोक्ताओं और किसानों का हित”
राजेश नागर ने आगे कहा कि, ” हरियाणा सरकार का उद्देश्य किसानों को उनकी फसल का समय पर और उचित मूल्य पर भुगतान सुनिश्चित करना है. साथ ही उपभोक्ताओं को भी समय पर और नजदीकी स्थानों से राशन की आपूर्ति मिलती रहे, यह सुनिश्चित करना विभाग की प्राथमिकता है.”