‘घग्गर’ ने किया बेघर! सिरसा में करीब 800 एकड़ फसल जलमग्न, गुडियाखेड़ा गांव में 20 ढाणियां डूबीं, मिट्टी के कट्टों से खुद बांध बना रहे लोग

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सिरसा: ऐलनाबाद हलके के गुडियाखेड़ा गांव के खेतों में पिछले 20 दिनों से घग्गर ड्रेन का पानी भरा हुआ है. यह पानी ढाणियों और ग्रामीणों के घरों तक पहुंच गया है. हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि ग्रामीण अपने घर नहीं जा पा रहे हैं. सुरक्षा के लिहाज से कई परिवार गांव छोड़ने को मजबूर हो चुके हैं. तकरीबन 20 घरों में पानी घुस चुका है और लोग जान जोखिम में डालकर घर का जरूरी सामान निकालने की कोशिश कर रहे हैं.

प्रशासन और ग्रामीणों की जद्दोजहद जारी

 जलनिकासी को लेकर जिला प्रशासन और ग्रामीण लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन पानी की मात्रा अधिक होने के कारण राहत कार्यों में दिक्कतें आ रही है. ग्रामीण ट्रैक्टर-ट्रालियों और मिट्टी के कट्टों से खुद बांध बनाकर पानी को रोकने की कोशिश कर रहे हैं. अब तक 20 घरों में पानी घुसने की पुष्टि है. करीब 800 एकड़ फसल जलमग्न हो चुकी है, जिससे भारी नुकसान हुआ है. ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है.

घग्गर नदी के तटबंधों पर चौकसी

 प्रशासन की ओर से घग्गर नदी और ड्रेनों के तटबंधों की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरती जा रही है. जेसीबी, पोकलेन और ट्रैक्टर-ट्रालियों की मदद से तटबंधों को मजबूत किया जा रहा है. नरेगा के तहत मिट्टी के कट्टे भरवाकर किनारों पर लगाए जा रहे हैं. सिंचाई विभाग की 24 टीमें दिन-रात जलस्तर और तटबंधों की निगरानी में जुटी हैं. फिलहाल जलस्तर स्थिर है, लेकिन संभावित खतरे को देखते हुए प्रशासन कोई कोताही नहीं बरत रहा.

किसानों ने की मुआवजे की मांग
 स्थानीय निवासी हरिसिंह ने बताया कि “ड्रेन में पानी ज्यादा आ गया है. जिससे हालात बेकाबू हो गए हैं. प्रशासन का पूरा सहयोग मिल रहा है. ग्रामीण और प्रशासन मिलकर नाके को पक्का कर रहे हैं. बुढ़ियाखेड़ा की करीब 800 एकड़ फसल डूब कर खराब हो चुकी है. डीसी ने अगले साल ड्रेन को मजबूत करने का आश्वासन दिया है. फिलहाल खेतों में सात फीट तक पानी भरा है. सरकार और प्रशासन से मांग है कि किसानों को मुआवजा दे और ढाणियों को बसाया जाए.”

पानी निकासी की व्यवस्था हो

ग्रामीण: सुभाष नाम के शख्स ने बताया कि “गांव में स्थिति खराब है. लोगों में डर का माहौल है. गांव की करीब 900 एकड़ फसल खराब हो गई है. हमारी मांग है कि सरकार नुकसान की भरपाई करें और भविष्य में पानी निकासी की व्यवस्था करें, ताकि भविष्य में ऐसी परेशानी ना हो.”

अधिकारी मौके पर, ग्रामीणों से संवाद जारी
प्रशासन के उच्च अधिकारी लगातार प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. एसडीएम ऐलनाबाद, सिरसा, डबवाली, कालांवाली और तहसीलदार क्षेत्रों की नहरों व तटबंधों का निरीक्षण कर चुके हैं. सरदूलगढ़ प्वाइंट पर घग्गर का जलस्तर 37180 क्यूसिक और ओटू वीयर डाउन स्ट्रीम में 27000 क्यूसिक दर्ज किया गया है. अधिकारी ग्रामीणों से संवाद कर रहे हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. फ्लड कंट्रोल रूम और संबंधित अधिकारियों को तुरंत सूचना देने की अपील की गई है.

उपायुक्त शांतनु शर्मा बोले- प्रशासन सतर्क

उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा है कि “जिला प्रशासन पूरी सजगता और सतर्कता के साथ काम कर रहा है. घग्गर नदी और जिले की अन्य नहरों की लगातार निगरानी की जा रही है. सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाए गए हैं और किसी को घबराने की जरूरत नहीं है.”

एसडीएम सिरसा राजेंद्र कुमार ने कहा कि “स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. ग्रामीणों और प्रशासन के आपसी सहयोग से हालात पर काबू पाया जा रहा है. नदी की निगरानी के लिए टीमें 24 घंटे तैनात हैं.”