फिर नाराज हुए अनिल विज? लिखा “कुछ लोग समानांतर भाजपा चला रहे हैं, जिनको ऊपर वालों का आशीर्वाद भी प्राप्त है. कमेंट BOX में लिखें कि हम क्या करें”

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चंडीगढ़: अपने बेबाक अंदाज और तल्ख तेवर के कारण चर्चा में रहने वाले कैबिनेट मंत्री अनिल विज एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. इस बार उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से ऐसा पोस्ट किया कि हरियाणा के राजनीतिक गलियारों में सनसनी फैल गई. अनिल विज के इस पोस्ट के कई मायने निकाले जा रहे हैं. खुद हरियाणा के गब्बर यानी अनिल विज ने अपने फॉलोवर्स से एक सवाल पूछा है. जिसका जवाब शायद अब हर कोई जानना चाहता है.

क्या फिर नाराज हुए अनिल विज?

 दरअसल कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने लिखा ” अंबाला छावनी में कुछ लोग समानांतर भाजपा चला रहे हैं. जिनको ऊपर वालों का आशीर्वाद भी प्राप्त है. कमेंट BOX में लिखें कि हम क्या करें. पार्टी का बहुत नुकसान हो रहा है.” उनके इस पोस्ट के कई मतलब निकाले जा रहे हैं. हर कोई अनिल विज की इस पोस्ट के कमेंट बॉक्स में पूछ रहा है कि पूरा मामला क्या है. वो बताओ.

अनिल विज के पोस्ट से मची सनसनी

अनिल विज की पोस्ट के कमेंट में एक यूजर ने लिखा कि “हरियाणा कैबिनेट से अनिल विज को बाहर किया जा सकता है और कांग्रेस नेता चित्रा सरवारा बीजेपी में शामिल हो सकती हैं. इसलिए अनिल विज ने ऐसा लिखा है.” बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में अनिल विज ने निर्दलीय चुनाव लड़ी चित्रा सरवारा को 7277 वोटों के अंतर से हराया था. दोनों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला था.

पहले भी जता चुके नाराजगी

 इससे पहले भी ऊर्जा और परिवहन मंत्री अनिल विज ने दावा किया था कि कुछ बीजेपी नेताओं ने अंबाला कैंट सीट से उन्हें चुनाव हराने की साजिश रची. उन्होंने सीएम नायब सैनी पर भी निशाना साधा. उन्होंने अंबाला से बीजेपी नेता आशीष तायल का भी जिक्र किया था. अनिल विज ने दावा किया था कि सीएम नायब सैनी के साथ जो कार्यकर्ता नजर आ रहे हैं, वो बीजेपी विरोधी उम्मीदवार चित्रा सरवारा के साथ दिख रहे हैं. ये रिश्ता क्या कहलाता है?

सीएम नायब सैनी पर साध चुके निशाना

 चुनाव जीतने के बाद अनिल विज के बागी तेवर देखने को मिले. उन्होंने सीएम नायब सैनी पर भी सवाल उठा दिए. अनिल विज ने कहा था “जब से नायब सैनी मुख्यमंत्री बने हैं, वो उड़न खटोले से नीचे नहीं उतरे हैं. जब वो नीचे उतरेंगे, तभी तो जनता के दुख दर्द सुनेंगे. ये सिर्फ मेरी नहीं बल्कि सभी विधायकों और मंत्रियों की आवाज है.”

इस विवाद के बीच भाजपा ने अनिल विज को कारण बताओ नोटिस दिया था. जिसका जवाब अनिल विज ने भेज दिया था. तब अनिल विज ने कहा था “तूफानों से मैं खेलता हूं, मैं खुद भी एक तूफान हूं, मुझसे टकराने वालों के लिए उनके अंत का पैगाम हूं.” इसके बाद मामला शांत हो गया था.

कौन हैं अनिल विज?

15 मार्च 1953 को अनिल विज का जन्म हुआ था. कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही विज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हुए. 1970 में अनिल विज एबीवीपी के महासचिव बने. इसके बाद 1990 में पहली बार उप चुनाव जीतकर वो विधायक चुने गए. उन्होंने 1996 और 2000 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीता. साल 2005 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा.

7वीं बार बने हैं विधायक

 साल 2009 में उन्होंने बीजेपी की टिकट पर अंबाला कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. साल 2014 के चुनाव में उन्होंने बीजेपी की टिकट पर जीत दर्ज की और मनोहर लाल की बीजेपी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने. इसके बाद 2019 में अनिल विज ने फिर अंबाला कैंट सीट से चुनाव जीता और मनोहर लाल कैबिनेट में गृहमंत्री बने. इस बार यानी साल 2024 के विधानसभा चुनाव में अनिल विज अंबाला कैंट सीट से 7वीं बार विधायक बने हैं.