सिरसा : सिरसा में पिछले कई दिनों से घग्गर नदी पूरे उफान पर है। सिरसा के कई गांवों में घग्गर के अंदरूनी तटबंधों में कटाव और भारी बरसात के बाद गाँवो और शहर में जलभराव के चलते साइड इफेक्ट भी देखने को मिल रहे है। अब लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कई दिनों से जमा इस पानी से लोग बीमार हो रहे है। सिरसा के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी किए आकड़ों के मुताबिक अब बारिश के बाद मरीजों की तादाद में काफी इजाफा हुआ है अब एक हजार से 12 सो मरीज सिरसा जिला के नागरिक अस्पतालों में आ रहे है और अपना इलाज भी करवा रहे है। अब लोगों को खुजली , बुखार , जुकाम सहित दूसरे इंफेक्शन हो रहे है जिसका इलाज सिरसा जिला के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में किया जा रहा है।
सिरसा में घग्गर का पानी तो कम हो रहा है, लेकिन अब उसके साइड इफेक्ट्स लोगों की सेहत पर भारी पड़ रहे हैं। सिरसा ज़िले में घग्गर नदी का जलस्तर धीरे-धीरे भले ही कम हो रहा हो, लेकिन इसके बाद अब स्वास्थ्य संकट ने लोगों को घेर लिया है। बारिश और घग्गर के उफान के बाद अब लोग खुजली, बुखार, जुकाम और इंफेक्शन जैसी बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। सिरसा के सरकारी और निजी अस्पतालों में रोज़ाना 1000 से 1200 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं हालाँकि बारिश से पहले 800 से 1000 मरीज औसतन सिरसा जिला के अस्पतालों में आ रहे थे और अपना इलाज करवा रहे थे। सिरसा नागरिक अस्पताल के सीएमओ डॉ. महेंद्र भादू के मुताबिक, बारिश के बाद मरीजों की संख्या में 10 से 15 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है।
इस संबंध में मीडिया से बातचीत करते हुए सिरसा के नागरिक अस्पताल के सीएमओ डॉ महेंद्र भादू ने बताया कि घग्गर नदी के आसपास के इलाकों में बढ़ते पानी और बारिश के बाद अब लोग खुजली, बुखार, जुकाम और अन्य इंफेक्शंस का शिकार हो रहे हैं। इस बारिश के सीजन से पहले सिरसा जिला के नागरिक अस्पतालों में 800 से 1000 मरीज OPD के लिए आते थे लेकिन अब बारिश के मौसम में रोजाना सिरसा जिले के अस्पतालों में 1000 से 1200 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। इस बढ़ती संख्या के कारण सिरसा के सरकारी और निजी अस्पतालों में चिकित्सीय व्यवस्था को मजबूत किया गया है। सिरसा नागरिक अस्पताल के सीएमओ डॉ. महेंद्र भादू के मुताबिक, बाढ़ की आशंका और पानी के प्रभाव के चलते मरीजों की संख्या में 10 से 15 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है।
इसके मद्देनजर सभी अस्पतालों में आवश्यक चिकित्सा संसाधनों और बेड्स की व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार साफ-सफाई और संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसके बावजूद इस स्थिति को देखते हुए मरीजों की संख्या और बढ़ सकती है। डॉ. महेंद्र भादू ने बताया कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी अस्पतालों में अतिरिक्त बेड्स की व्यवस्था की गई है। संभावित बाढ़ और बीमारियों को देखते हुए चिकित्सा सेवाओं को अलर्ट मोड पर रखा गया है। बात सिर्फ सिरसा की नहीं है, बल्कि ऐसे हालात उन सभी इलाकों में देखे जा रहे हैं, जहां पानी भराव की स्थिति बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग की अपील है कि लोग साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और ज़रूरत पड़ने पर तुरंत नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।