सोनीपत : विदेशों में बैठे गैंगस्टर हरियाणा और अन्य प्रदेशों में बिना कोई अपराधिक मुकदमों के युवाओं को रातों रात अमीर बनने और सुर्खियां बटोरने का लालच देकर उनको हथियार थमाकर अपराध के दलदल में धकेलने का काम कर रहे हैं। 12 सितंबर को उत्तर प्रदेश के बरेली में दिशा पाटनी के आवास पर फायरिंग करने वाले अरुण नाम के अपराधी की कहानी कुछ ऐसी ही है।
1 कल हरियाणा एसटीएफ सोनीपत यूनिट दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और उत्तर प्रदेश एसटीएफ के ज्वाइंट ऑपरेशन में हरियाणा का कुख्यात बदमाश रविंद्र निवासी रोहतक और उसका एक साथी अरुण निवासी सोनीपत मुठभेड़ में मार गिराए गए , लेकिन इस मुठभेड़ में अरुण नाम के अपराधी की पहली ही वारदात उत्तर प्रदेश के बरेली में दिशा पाटनी के आवास पर फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया था। जब अरुण के घर बातचीत की गई परिजनों ने जानकारी दी कि रविंद्र के संपर्क में वो कैसे आया उसका नहीं पता चला। अरुण मधुमेह का मरीज था और वह घर से करीब 3 – 4 दिन पहले ही गया था। अरुण बारहवीं पास था और परिवार के लिए डेयरी का काम करता था।परिवार में बड़ा भाई एक निजी कंपनी में डिलीवरी बॉय का काम करता है और पिता सिक्योरिटी गार्ड का काम करता है।
वहीं अब अरुण के माता पिता जैसे कई ऐसे माता पिता है जिनको अभी भी अपने बेटे की हरकत पर विश्वास नहीं हो पा रहा है कि उनका बेटा रोहित गोदारा गैंग का शार्प शूटर बन चुका था और ऑटोमेटिक हथियार उसके पास मौजूद थे। उसने अपने साथी के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में अभिनेत्री दिशा पाटनी के आवास पर फायरिंग की और फिर पुलिस से बचने के लिए उसने तीन तीन राज्यों की स्पेशल टास्क फोर्स पुलिस पर जबरदस्त फायरिंग की।