क्या है भावांतर भरपाई योजना? कम दाम पर बाजरा बेचने पर सरकार करेगी किसानों को भुगतान

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झज्जर। इस बार बाजरे की सरकारी खरीद भावांतर भरपाई योजना के तहत खरीद एजेंसी की तरफ से की जाएगी। अगर एजेंसियां बाजरे को कम दर पर खरीदती हैं तो बाकी बचा भुगतान सरकार की तरफ से किया जाएगा। किसानों को केंद्र सरकार की तरफ से निर्धारित किया गया समर्थन मूल्य पूरा मिलेगा।

हरियाणा वेयरहाउस कारपोरेशन की तरफ से बाजरे की खरीद की जाएगी। इस समय झज्जर के दो अनाज मंडियों में बाजरे की आवक तेजी से चल रही है और दोनों ही मंडियां फुल होने के कगार पर पहुंच रही हैं। झज्जर व मातनहेल की अनाज मंडियों करीब 55 हजार क्विंटल बाजरे की आवक हो चुकी है। अभी किसान व आढ़ती बाजरे की खरीद शुरू होने के इंतजार में हैं।

मार्केट में रेट अधिक हुआ तो बाहर भी बाजरा बेच सकेंगे

मार्केट में अगर बाजरे का रेट अधिक हुआ तो किसान वहां भी अपना बाजार बेच सकेंगे। अगर मार्केट में रेट समर्थन मूल्य से कम हुआ तो अनाज मंडी में सरकारी खरीद के दौरान किसान अपने बाजरे को भावांतर भरपाई योजना के तहत बेच सकेंगे। ताकि उन्हें कोई नुकसान ना हो।

फिलहाल देखना यह है कि सरकार बाजरे के रंग को लेकर कितनी छूट देती है, क्योंकि इस बार बाजरे की फसल बारिश के कारण खराब होने के कारण काले रंग का बाजार आ रहा है और करीब 70 फ़ीसदी फसल का कलर बदल चुका है।

जबकि बारिश बंद होने के बाद पककर तैयार हुई बाजरे की फसल ठीक आ रही है और बाजरे का रंग भी पूरी तरह से अच्छा है। पिछले दिनों मानसून की बारिश के कारण खराब हुई बाजरे की फसल का असर बाजरे के उत्पादन व गुणवत्ता पर भी पड़ा है।

62 हजार एकड़ में दर्शाया नुकसान

जिले में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के आंकड़ों के मुताबिक करीब 80237 एकड़ भूमि में बाजरे की बिजाई की गई थी। जिसमें से करीब 62000 एकड़ भूमि की फसल खराब हो चुकी है। 25 से 100 तक खराब हुई इस फसल का असर सीधा बाजरे की गुणवत्ता पर दिखाई देने लगा है।

हालांकि बाजरे के कुछ ढेरियां सफेद रंग की भी आ रही हैं और वह बाजार गुणवत्ता में भी अच्छा दिखाई दे रहा है। लेकिन अब जेाीबी मशीनों से बाजरे के ढेर लगाए जा रहे हैं। जिससे पूरा बाजरा आपस में मिल रहा है।

किसानों को नहीं होगा अब नुकसान

डीएफएससी अशोक शर्मा का कहना है कि इस बार बाजरे की खरीद दोनों सरकारी खरीद एजेंसियां भावांतर भरपाई योजना के तहत करेंगी। जो किसानों के लिए फायदेमंद है। खरीद के लिए सरकार के आदेश आने का इंतजार है। जैसे ही सरकार के आदेश हैं उस प्रकार ही बाजरे की खरीद शुरू कर दी जाएगी।