जींद : जींद जिले के अमरहेड़ी गांव में शुक्रवार देर रात एक सरकारी अध्यापक राजकुमार (50 वर्ष) की उनके मकान में लगी आग में जिंदा जलकर मौत हो गई। यह घटना शनिवार तड़के करीब साढ़े पांच बजे की है।
परिजनों और पड़ोसियों ने इसे हत्या का मामला बताते हुए गहन जांच की मांग की है, जबकि पुलिस हादसे और हत्या दोनों पहलुओं से जांच कर रही है।घटना का विवरणजुलाना के जैजैवंती गांव के निवासी राजकुमार खेड़ा खेमावती के सरकारी स्कूल में अध्यापक थे और कक्षा 8वीं से 12वीं तक पढ़ाते थे।
वह पिछले सात-आठ साल से जींद के अमरहेड़ी गांव में किराए के मकान में अकेले रह रहे थे। उनकी पत्नी भिवानी में नर्स हैं और हर 10 दिन में घर आती थीं, जबकि उनका बेटा बाहर रहता है।शुक्रवार रात राजकुमार अपने कमरे में सो रहे थे। शनिवार तड़के उनके मकान में अचानक आग लग गई, जो तेजी से फैल गई। आग की लपटें देख पड़ोसियों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक राजकुमार बुरी तरह झुलस चुके थे और उनकी मृत्यु हो चुकी थी। शव पूरी तरह क्षत-विक्षत हो गया।
परिजनों और पड़ोसियों का बयान
पड़ोसियों ने बताया कि रात के समय घर से “बचाओ-बचाओ” की आवाजें सुनाई दीं, लेकिन गली में कोई दिखाई नहीं दिया। एक पड़ोसी ने दावा किया कि उन्होंने एक संदिग्ध गाड़ी भी देखी थी। परिजनों ने इसे हादसा मानने से इनकार करते हुए कहा, “हमें शक है कि हमारे बेटे राजकुमार की हत्या की गई है। रात को चीखें सुनाई दीं और सुबह आग का पता चला। यह सामान्य हादसा नहीं लगता।” उन्होंने प्रशासन से सख्त कार्रवाई और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पुलिस की कार्रवाई
जींद के डीएसपी संजय कुमार ने बताया, “हमें डायल 112 के जरिए सूचना मिली कि अमरहेड़ी गांव में एक मकान में आग लगने से 48-50 वर्षीय व्यक्ति की मृत्यु हो गई। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं, लेकिन व्यक्ति पूरी तरह झुलस चुका था। परिवार की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है।” उन्होंने कहा कि जांच दो दृष्टिकोणों से की जा रही है – क्या यह आग से हादसात्मक मौत है या हत्या? फॉरेंसिक टीम घटनास्थल की जांच कर रही है, और सीसीटीवी फुटेज व अन्य सबूतों की पड़ताल जारी है।