भिवानी: हरियाणा सरकार ने नवरात्र के पावन अवसर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर महिलाओं के लिए “लाडो लक्ष्मी योजना’ की शुरुआत की है. इस योजना के तहत राज्य की करीब 22 लाख महिलाओं को 2100 रुपया मासिक सम्मान भत्ता दिया जाएगा. भिवानी में योजना का शुभारंभ महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने तोशाम कस्बे स्थित चौ. बंसीलाल राजकीय महिला महाविद्यालय में एक विशेष कार्यक्रम के दौरान किया.
महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाने का प्रयास: इस दौरान मंत्री श्रुति चौधरी ने मीडिया से बातचीत की. श्रुति चौधरी ने कहा कि, “यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक मजबूत कदम है. 23 से 60 वर्ष की आयु वाली महिलाएं, जिनकी पारिवारिक आय 1 लाख रुपया से कम है, उन्हें इस योजना का सीधा लाभ मिलेगा. साल 2025-26 के बजट में 5000 करोड़ रुपया का प्रावधान इसी योजना के लिए किया गया है. यह योजना मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में शुरू की गई है, जो उनकी पार्टी के संकल्प पत्र का भी हिस्सा रही है. यह योजना फिलहाल प्रथम चरण में है और भविष्य में इसके दायरे को और अधिक बढ़ाया जाएगा.”
‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ से ‘लाडो लक्ष्मी’ तक का सफर: मंत्री श्रुति चौधरी ने आगे कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरियाणा से शुरू की गई ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ मुहिम का ही अगला चरण यह योजना है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है.”
लाभार्थियों ने जताया सरकार का आभार: इस दौरान लाभार्थी महिलाओं ने भी सरकार का आभार जताया. लाभार्थी सुषमा ने कहा कि, “सरकार द्वारा दी जा रही आर्थिक सहायता से उन्हें परिवार चलाने में मदद मिलेगी.” वहीं, लाभार्थी मंजीत ने कहा कि, “हमें अब मूलभूत खर्चों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.” इसके अलावा लाभार्थी कलावती ने कहा कि इस राशि से उनका आत्मबल बढ़ेगा और वे आर्थिक रूप से अधिक मजबूत महसूस करेंगी.” इन महिलाओं ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और मंत्री श्रुति चौधरी का आभार जताया.

















