फरीदाबाद: फरीदाबाद में अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेले के प्रांगण में आयोजित “दिवाली मेला” इन दिनों लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. आत्मनिर्भर भारत-स्वदेशी मेला थीम पर आधारित यह मेला 2 अक्टूबर से शुरू हुआ और 7 अक्टूबर तक चलेगा. मेले में आत्मनिर्भर भारत की झलक साफ दिखाई दे रही है. देशभर के शिल्पकार, कलाकार एवं स्वदेशी उत्पादों के विक्रेता इसमें हिस्सा ले रहे हैं. इस आयोजन में शॉपिंग, खानपान, मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समागम देखने को मिल रहा है.
जगमगाती लाइटों से रोशन हुआ मेला परिसर: दिवाली मेले की खास बात यह है कि पूरा मेला परिसर रंग-बिरंगी लाइटों से सजा हुआ है, जिससे वातावरण में पहले ही दिवाली जैसा उल्लास देखने को मिल रहा है. शाम होते ही पूरा परिसर रोशनी से जगमगा उठता है.
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन: खास बात तो यह है कि यहां हर शाम मुख्य चौपाल पर पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. जहां स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत लोक नृत्य और कलाकारों द्वारा प्रस्तुत पारंपरिक घोड़ी डांस खास आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. साथ ही देसी बीन की धुन पर लोग जमकर थिरकते नजर आ रहे हैं.
स्वाद और संस्कृति का संगम: इसके अलावा अगर खानपान की बात करें तो मेले में बिहार की लिट्टी-चोखा, गोहाना की प्रसिद्ध जलेबी सहित देशभर के पारंपरिक व्यंजनों के स्टॉल लगे हुए हैं. वहीं, शॉपिंग प्रेमियों के लिए खादी भंडार के स्वदेशी कपड़े भी मेले की शोभा बढ़ा रहे हैं.

















