नूंह में डीएपी खाद में मिलावट का भंडाफोड़, सीएम फ्लाइंग टीम की कार्रवाई में जब्त की भारी मात्रा में खाद और खाली बोरियां

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नूंहः हरियाणा में सरसों और गेहूं की बिजाई का सीजन आने वाला है. इसका फायदा उठाते हुए कई जगहों पर खाद में मिलावट और नकली खाद को तैयार कर बाजार में खपाने की तैयारी की जा रही है. इसी बीच डीएपी खाद में मिलावट कर मोटी कमाई करने का खेल की जानकारी मिलते ही नूंह में सीएम उड़नदस्ता की टीम ने कृषि विभाग के साथ छापेमारी की. नूंह के अरावली कॉलोनी में 6 अक्टूबर को छापेमारी के दौरान पोटाश को डीएपी के पट्टे में भरने का मामला पकड़ा गया. मौके से डीएपी के 420 कट्टे में पोटाश भरा हुआ मिला. वहीं, पोटाश का 575 खाली कट्टा मिला. साथ ही डीएपी का 84 भरा हुआ कट्टा और 15 खाली कट्टा मिला. मौके से कारोबारी नियाज मोहम्मद को पकड़ा गया. मामले में नूंह थाना में उर्वरक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.

क्या बोले कृषि विभाग के अधिकारी: कृषि विभाग के कृषि विभाग में कार्यरत उप निदेशक वीरेंद्र देव आर्य ने बताया कि, “गुप्त सूचना के आधार पर खाद के अवैध कारोबार से संबंधित मामला पकड़ा गया है. पोटाश को दानेदार डीएपी भारतीय जन उर्वरक परियोजना के कट्टे रिपैकिंग की जा रही थी. मुख्यमंत्री उड़नदस्ता रेवाड़ी की टीम से निरीक्षक राजेश कुमार, कृषि विभाग के क्वालिटी कंट्रोल इंस्पेक्टर अजीत सिंह ने नेतृत्व में छापेमारी की गई. छापेमारी में भारी मात्रा में खाद बरामद किया गया. यह प्लाट नूंह के अरावली कॉलोनी में नियाज मोहम्मद (पिता हनीफ) का है. रेड के दौरान उसे मौके से पकड़ा गया और पुलिस के हवाले किया गया.”

मौके से एक ट्रक में पड़े खाद को भी किया गया जब्तः कृषि विभाग के अनुसार, “प्लॉट के बाहर ट्रक खड़ा मिला जिसमें पोटाश कट्टे में भरा हुआ पाया गया. प्लाट और ट्रक में पोटाश ऐस दानेदार (बलरामपुर चीनी मील लिमिटेड) के 420 भरे हुए कट्टे मिले. इसके अलावा 575 कट्टे खाली मिले. वहीं, भारतीय जन उर्वरक परियोजना (भारत डीएपी) के 84 कट्टे भरे हुए और 15 कट्टे खाली मिले. मौके से कट्टों की सिलाई करने के लिए मशीन मिली है. नियाज मोहम्मद ने मौके पर मिले डीएपी खाद और पोटाश ऐस दानेदार के संबंध में कोई दस्तावेज पेश नहीं किया. वहां की जा रही रिपैकिंग करने पर धारा 3, 7 ईसीए एक्ट 1955, एफसीओ एक्ट 1985 और 318 (4) बीएनएस का अपराध की श्रेणी में आता है.” सीएम उड़नदस्ते की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है. डीएपी खाद की कालाबाजारी को लेकर सिस्टम पूरी तरह संजीदा दिखाई दे रहा है.