पलवल: हरियाणा के पलवल स्थित धौलागढ़ गांव में 5 और 6 अक्टूबर की रात वीएचपी नेता ओपी शर्मा के घर बड़ी लूट हुई थी. घर में घुसकर आरोपियों ने सदस्यों को टॉय गन (पिस्टल) के बल पर बंधक बनाकर 55 लाख रुपए की डकैती की घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने 2 दिनों के भीतर मामले का खुलासा कर दिया है. मामले में शामिल सभी चारों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. लूट की गई नगद राशि, जेवरात सहित अन्य सामग्री को पुलिस ने अपराधियों के द्वारा खर्च करने से पहले ही बरामद कर लिया. पलवल एसपी वरुण सिंगला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी.
22 लाख नकद बरामदः चारों आरोपियों की गिरफ्तारी कर शिनाख्त के बाद बाल कटवाकर धोलागढ़ गांव में पैरेड कराया गया, ताकि भविष्य में कोई अन्य व्यक्ति अपराध करने की हिम्मत न करे. चारों आरोपी धौलागढ़ गांव के ही रहने वाले हैं, जिनकी पहचान धौलागढ़ निवासी नवीन, सचिन, रविंद्र उर्फ रवि और धर्मेंद्र उर्फ मोनू के रूप में हुई है. एसपी वरुण सिंगला ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि, “लूट किए गए 22 लाख नकद और सभी जेवरात को बरामद कर लिया गया है. लूट की घटना के बाद आरोपी घर से बाइक और स्कूटी पर फरार हुए थे. आरोपियों को कोर्ट में पेशी के बाद 4 दिन का पुलिस रिमांड लिया गया है.”
22 लाख नकद और 30 तोला सोना लेकर भागे थे आरोपीः एसपी ने बताया कि “इस कांड में मुख्य आरोपी नवीन का पीड़ित के साथ परिवारिक संबंध था. इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड भी नवीन ही है. आरोपियों ने घर के सदस्यों को टॉय गन (पिस्टल) के बल पर बंधक बनाया. इसके बाद उनके घर से 22 लाख रुपए नकद, 30 तोला सोना, बाइक और स्कूटी लेकर फरार हो गए थे.”
बाइक और स्कूटी लेकर भागे थे आरोपीः एसपी वरुण सिंगला ने बताया कि, “5-6 अक्टूबर की देर रात्रि आरोपियों ने रात्रि करीब 1 से 2 बजे के बीच गांव धौलागढ़ निवासी ओमप्रकाश के घर में घुसकर लूट को अंजाम दिया था. परिवार के सदस्यों को पिस्तौल दिखाकर कुर्सियों पर बंधक बनाकर बांध दिया और मुंह पर टेप लगाकर घर में डकैती की घटना को अंजाम दिया था. करीब आधे घंटे तक आरोपी घर में रहे. इस दौरान घर में पड़े 22 लाख रुपये नकद, 30 तोला सोने के आभूषण लूट लिया. इसके बाद पीड़ित परिवार की ही स्कूटी और बाइक लेकर आरोपी फरार हो गए थे.”
लूट के बाद पीड़ित को दिखा रहा था सहानुभूतिः एसपी ने बताया कि “आरोपी डकैती में काबू की गई नकद राशि और सोने के आभूषणों को हथीन के गांव फिरोजपुर में खेतों पर बने अपने एक दोस्त के कोठरे में छिपाकर गांव में ही वापस आ गए और पीड़ित परिवार के साथ सहानभूति भी जता रहे थे. पुलिस टीम को उन पर शक हुआ. इसके बाद शक पर जब आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपियों की पहचान मास्टर माइंड नवीन, धर्मेंद्र उर्फ मोनू, रविंद्र उर्फ रवि और सचिन के रूप में हुई है. आरोपियों के बाल काटकर पलवल में अपराधियों को कड़ा संदेश दिया गया कि किसी भी तरह का अपराध पलवल जिले में बर्दास्त नहीं किया जाएगा.”
आरोपियों का पुरान आपराधिक रिकार्ड नहींः एसपी ने बताया कि “कांड का मास्टरमाइंड नवीन पीड़ित ओमप्रकाश का रिश्तेदार है, जिसने इस पूरी वारदात की साजिश रची और साथियों संग मिलकर इस घटना को अंजाम दिया. आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला है कि यह उनका पहला अपराध है. शौक पूरा करने लिए पैसे के लिए इन लोगों ने वारदात को अंजाम दिया था.”
क्या बोले पीड़ितः वीएचपी नेता ओपी शर्मा फिलहाल पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई से अन्य अपराधियों में भी भय बनेगा.

















