IPS पूरन कुमार केस में NCSC का सख्त कदम: चंडीगढ़ के मुख्य सचिव और DGP को नोटिस, 7 दिन में मांगी रिपोर्ट

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राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने दलित आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की कथित आत्महत्या का स्वतः संज्ञान लिया है और चंडीगढ़ के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को नोटिस जारी किया है. आयोग ने दोनों अधिकारियों को सात दिनों के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है.

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 338 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, आयोग ने कहा कि वह मामले की जांच करेगा. एनसीएससी ने रिपोर्ट में विस्तृत जानकारी मांगी है, जिसमें सभी आरोपियों के नाम, एफआईआर संख्या, तारीख और लगाई गई संबंधित धाराएं, गिरफ्तारियों का विवरण और मृतक अधिकारी के परिवार को दिए गए मुआवजे की जानकारी शामिल है.

समन जारी करने की चेतावनी

नोटिस में आगे चेतावनी दी गई है, अगर आयोग को निर्धारित समय के भीतर जवाब नहीं मिलता है, तो वह संविधान के अनुच्छेद 338 के तहत अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए, आयोग के समक्ष व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए समन जारी कर सकता है.

आईपीएस की आत्महत्या के मामले में FIR दर्ज

चंडीगढ़ पुलिस ने हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में मृतक द्वारा छोड़े गए अंतिम नोट में उल्लेखित आरोपियों के खिलाफ बृहस्पतिवार को प्राथमिकी दर्ज की. सूत्रों का कहना है कि हरियाणा पुलिस के अधिकारी वाई पूरण कुमार ने एक अंतिम नोट छोड़ा है, जिसमें राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के नाम हैं. पूरन कुमार ने इस नोट में यह बात विस्तार से लिखी है कि पिछले कुछ वर्षों में कैसे उन्होंने कथित तौर पर मानसिक उत्पीड़न और अपमान झेला है.

पूरन कुमार ने की आत्महत्या

पूरन कुमार ने मंगलवार को यहां अपने आवास पर कथित तौर पर खुद को गोली मार ली थी.चंडीगढ़ पुलिस ने एक बयान में कहा, अंतिम नोट में उल्लिखित आरोपियों के खिलाफ अत्याचार रोकथाम अधिनियम की धारा 108 आरडब्ल्यू 3(5) (आत्महत्या के लिए उकसाना) और 3(1)(आर) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. मामले की जांच जारी है.

चंडीगढ़ पुलिस कर रही जांच

अगली कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर चंडीगढ़ पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, हम लगाए गए आरोपों की जांच करेंगे.भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 2001 बैच के अधिकारी वाई पूरन कुमार (52) यहां सेक्टर 11 स्थित अपने घर में बेसमेंट के एक कमरे में मृत पाए गए थे. उन्हें गोली लगी हुई थी. उन्हें हाल में रोहतक के सुनारिया स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (पीटीसी) का महानिरीक्षक नियुक्त किया गया था.

सीएम सैनी ने अधिकारियों के साथ की बैठक

पूरन कुमार की पत्नी, हरियाणा सरकार में वरिष्ठ नौकरशाह अमनीत पी. ​​कुमार ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से हस्तक्षेप की मांग की ताकि सुसाइड नोट में नामित लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा सके.कुछ दलित संगठनों और विपक्षी दलों ने भी इस मामले में कार्रवाई की मांग की थी.शाम को, सीएम सैनी ने कुमार की आत्महत्या से जुड़े कुछ घटनाक्रमों के मद्देनजर अपनी सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बैठक की.

सूत्रों ने कहा कि सरकार इस मामले में कुछ कार्रवाई पर विचार कर सकती है.राज्य के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, जिनके खिलाफ अमनीत कुमार ने अपने पति की आत्महत्या के सिलसिले में कार्रवाई की मांग की है, ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की. अमनीत कुमार ने रोहतक के एसपी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है.