हरियाणा आईपीएस सुसाइड केस: आदमपुर विधायक का आरोप, बोले- “सरकार की देरी से मिल रहा है दोषियों को बचाने का संदेश”

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हिसार: एडीजीपी वाई पूर्ण कुमार सुसाइड मामले में अब सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी और आदमपुर से विधायक चंद्र प्रकाश ने भी सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह घटना बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे जुड़े तथ्यों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.

“सरकार मामले में तुरंत संज्ञान ले”: विधायक चंद्र प्रकाश ने कहा कि, “वे स्वयं भी एक अधिकारी रहे हैं और ऐसी स्थिति में शासन-प्रशासन को संवेदनशीलता और सूझबूझ से काम लेना चाहिए. हमारी मांग है कि पीड़ित परिवार द्वारा उठाई गई सभी बातों पर सरकार को तुरंत संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करें.इस मामले में एफआईआर कानूनी रूप से दर्ज की जानी चाहिए और किसी भी प्रकार से ध्यान भटकाने या मुद्दे को डाइवर्ट करने का प्रयास नहीं होना चाहिए. कानून के मुताबिक जिसकी भी भूमिका इस मामले में बनती है, उसका नाम सामने आना चाहिए.”

“सरकार की देरी दोषियों को बचाने का संकेत”: विधायक ने आगे कहा कि वाई पूरन कुमार की धर्मपत्नी के अनुसार कई ऐसी परिस्थितियां थीं, जो आत्महत्या के पीछे की गंभीर वजहों की ओर इशारा करती हैं. परिवार को न्याय मिलना चाहिए और सरकार की तरफ से कोई देरी करना, दोषियों को बचाने की कोशिश के तौर पर देखा जाएगा.

सीनियर स्तर पर गंभीर चूक का आरोप: विधायक चंद्रप्रकाश ने कहा, “राष्ट्रीय स्तर पर भी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस मामले में सरकार से कार्रवाई की मांग कर चुके हैं. पिछड़े व दलित वर्ग के अधिकारियों को अक्सर प्रशासनिक कार्यों में भेदभाव का सामना करना पड़ता है. इस मामले में कहीं न कहीं सीनियर स्तर पर गंभीर चूक हुई है, जिसकी गहन जांच जरूरी है.

सरकार से अपील: विधायक ने सरकार से अपील की कि वह मामले को गंभीरता से लेते हुए न्याय की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए, ताकि भविष्य में किसी भी अधिकारी को ऐसी परिस्थिति से न गुजरना पड़े.